सुशील मोदी का हमला: नागरिकता छिन जाने का भय दिखाने वाले विपक्ष का चेहरा बेनकाब
उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि बिहार में पुराने प्रारूप पर जनगणना कराने और एनआरसी लागू करने की कोई जरूरत महसूस न करने का राज्य सरकार का रुख हमेशा साफ रहा है।
पटना, राज्य ब्यूरो। बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि बिहार में पुराने प्रारूप पर जनगणना कराने और एनआरसी लागू करने की कोई जरूरत महसूस न करने का राज्य सरकार का रुख हमेशा साफ रहा है। विधानसभा में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित होने से एनडीए सरकार की मंशा पर सवाल उठा कर एक समुदाय विशेष को नागरिकता छिनने का काल्पनिक भय दिखाने वाले चेहरे बेनकाब हो गए हैं।
मोदी ने बुधवार को टवीट करके कहा कि इस मुद्दे पर तीन बार बिहार बंद करा कर करोड़ों लोगों को मुसीबत में डालने वाले दलों को जनता से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भारतीय वायुसेना ने पिछले चार दशकों में पहली बार आज ही के दिन पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर में एयर स्ट्राइक कर 300 से ज्यादा आतंकियों को मार गिराया था। इस पराक्रम की वर्षगांठ पर बिहार की जनता की ओर से वायुसेना का कोटि-कोटि अभिनंदन है।
उपमुख्यमंत्री मोदी ने कहा कि महात्मा गांधी जैसे राष्ट्रनायकों की भावना के अनुरूप लागू नागरिकता कानून को जो लोग साम्प्रदायिक रंग देने के लिए शाहीन बाग में धरना दे रहे हैं और जिन लोगों ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प की दिल्ली यात्रा के समय राजधानी में दंगे कराये, उन उन्मादियों की निंदा में एक शब्द भी न बोलने वाले कांग्रेस, राजद के लोग केवल पुलिस को क्यों कोस रहे हैं। उन्होंने कहा यह संयोग नहीं कि सोनिया गांधी, केजरीवाल और ओवैसी एक सुर में बोल रहे हैं।
मोदी ने कहा जो लोग एयर स्ट्राइक के सबूत मांगते रहे, जम्मू कश्मीर में तैनात सेना का अपमान करते रहे और आतंकियों.दंगाइयों की करतूत पर चुप्पी साधते रहे वे आज किस मुंह से पूछ रहे हैं कि दिल्ली में सेना क्यों नहीं बुलायी गई। इन लोगों ने ट्रम्प की यात्रा के समय माहौल बिगाड़ कर दुनिया में भारत की छवि खराब करने की सुनियोजित साजिश की आलोचना क्यों नहीं की।