सुशील मोदी का सवाल : लालू फांसी पर चढ़े तो जनता को हंसाएगा कौन?
सुमो ने लालू प्रसाद पर चुटकी लेते हुए कहा कि आरक्षण की बात पर लालू कहते हैं कि वे फांसी पर चढ़ जाएंगे। लेकिन लालू को हम लोग फांसी पर चढऩे नहीं देंगे। अगर वे फांसी पर चढ़ गए तो फिर बिहार की जनता को कौन हंसाएगा?
पटना। बिहार की जनता परिवर्तन का मूड बना चुकी है। अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा, पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ या दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी बिहार आ जाएं तो परिवर्तन के रथ को रोक नहीं पाएंगे। पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी (सुमो) ने सोमवार को डुमरांव, राजपुर, महुआ, एकमा और छपरा में चुनावी सभाओं में ये बातें कहीं।
सुमो ने लालू प्रसाद पर चुटकी लेते हुए कहा कि आरक्षण की बात को लेकर लालू जी कहते हैं कि मैं फांसी पर चढ़ जाऊंगा, लेकिन लालू जी को हम लोग फांसी पर चढऩे नहीं देंगे। अगर लालू जी फांसी पर चढ़ गए तो फिर बिहार की जनता को कौन हंसाएगा? कौन कहानी सुनाएगा?
उन्होंने कहा, आरक्षण के विषय पर लालू बिहार की जनता को गुमराह कर रहे हैं। लालू कैसे पिता हैं कि उन्हें अपने बड़े व छोटे पुत्र की उम्र का भी पता नहीं है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर प्रहार करते हुए कहा कि उन्होंने बिहार को जंगलराज बना दिया गया है। सरेआम पुलिस कर्मियों को गोली मारी जा रही है। भाजपा की सरकार बनी तो सबसे पहले गो-हत्या रोकने को कानून बनाया जाएगा, इसमें सजा व जुर्माने का प्रावधान होगा।
छपरा में सुशील मोदी ने केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी के साथ रोड-शो भी किया। कहा कि बिहार में शिक्षा व्यवस्था चौपट हो गई है और बेरोजगारी चरम पर है। 4.88 लाख बच्चे स्कूल का मुंह नहीं देख पाए हैं। 64 प्रतिशत ऐसे हैं, जो मैट्रिक पास नहीं हैं, ऐसे मे बिहार का भला कैसे संभव है।
इस मौके पर केंद्रीय राज्य मंत्री रामकृपाल यादव ने कहा कि लालू प्रसाद सिर्फ अपने बेटा-बेटी पर ध्यान दे रहे हैं। उन्हें अब पता चल गया है कि उनकी जमीन खिसक गई है। गरीबों ने जिस मान सम्मान के लिए उन्हें पगड़ी पहनाई थी, उनकी चिंता छोड़ वे सिर्फ परिवार के चिंता में लग गए है। इनका इरादा गरीब के बच्चों को लाठी थमाना है, न कि कलम।