बिहार सूफी-संतों की धरती : उपमुख्यमंत्री
बिहार सूफी संतों की धरती है। यह ज्ञान-विज्ञान की धरती है।
पटना मनेर : बिहार सूफी संतों की धरती है। यह ज्ञान-विज्ञान की धरती है। भगवान बुद्ध, महावीर सहित कई सूफी संतों ने देश-दुनिया में शांति का संदेश दिया। ये बातें उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहीं। इससे पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, गद्दीनशीं शाह तारिक एनाएतुल्लाह फिरदौसी, सांसद रामकृपाल यादव, बिधायक भाई वीरेंद्र, पर्यटन विभाग के प्रधान सचिव बिनोद कुमार ने संयुक्त रूप से सूफी महोत्सव का उद्घाटन किया।
मनेर पर्यटन के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि मनेर सौहार्द के साथ ही पर्यटन के दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण है। हम पर्यटन के क्षेत्र मे विकास के लिए जो भी सहयोग होगा इसके लिए विशेष बैठक करेंगे। बिहार के विकास की लंबी दूरी तय करनी है। सभी के सहयोग से ही लंबी दूरी तय की जाएगी।
अल्ताफ राजा ने बांधा समां
सूफी महोत्सव में रविवार की शाम अल्ताफ राजा ने अपनी कव्वालियों से समा बांध दिया। कव्वालियों के बीच में उनकी शायरी पर श्रोताओं ने खूब तालियां बजाई। अल्ताफ राजा को सुनने के लिए हजारों की तादाद में श्रोता पहुंचे थे। गायक अल्ताफ राजा ने दिल का हाल सुने दिल वाला.. से कार्यक्रम की शुरुआत की। इसके बाद उनकी नजरों ने कुछ ऐसा जादू किया.., दोनों ही मोहब्बत के जज्बात में जलते हैं कव्वाली पेश की। इश्क में हम तुम्हें क्या बताएं.. कव्वाली पर खूब तालियां बटोरीं। हुनर हाट घूमने आए लोगों ने देर रात तक गीत-संगीत का आनंद उठाया।
पहले गाने कानों के लिए बनते थे, आज आंखों के लिए बनते हैं : अल्ताफ
गायक अल्ताफ राजा ने संवाददाताओं से कहा कि पहले के समय में कानों को सुकून देने वाले गाने इंडस्ट्रीज में आते थे, लेकिन बदलते दौर में अब गाने केवल आंखों के लिए बन रहे हैं। अब पुराने गानों का नया ट्रेंड आ गया है। उन्हें रीमिक्स में डालकर और तड़का लगाकर पुराने गानों का पूरा मजा खराब किया जा रहा है। मुझे अपने आप पर बेहद गर्व है कि मैं एल्बम सिगर हूं और यहीं मैं रहना चाहता हूं।