बिहार में सियासत का सुपर संडे: BJP की वर्चुअल रैली तो विरोध में RJD ने पीटी थाली, CM नीतीश का कार्यकर्ताओं से संवाद
बिहार में आज सियासी सरगर्मी है। अमित शाह ने वर्चुअल रैली की तो नीतीश कुमार कार्यकर्ताओं से रूबरू हुए। वर्चुअल रैली के विरोध में आरजेडी व वाम दलों के कार्यक्रम भी थे।
पटना, जागरण टीम। Super Sunday of Bihar Politics: बिहार में आज सियासत का सुपर संडे रहा। सुबह से शाम तक सियासी गहमा-गहमी रही। शाम चार बजे भारतीय जनता पार्टी (BJP) के पूर्व अध्यक्ष व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने वर्चुअल रैली (बिहार जनसंवाद) की। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने अपनी पार्टी जनता दल यूनाइटेड (JDU) के वरिष्ठ नेताओं, बूथ अध्यक्षों और सक्रिय कार्यकर्ताओं से बातचीत के छह दिनी कार्यक्रम की शुरुआत की। उधर, अमित शाह की वर्चुअल रैली (Virtual Rally) के विरोध में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के कार्यकताओं एवं समर्थकों ने थाली पीटकर मजदूर अधिकार दिवस मनाया तो वाम दलों (Left Parties) ने धिक्कार दिवस व धरना का आयोजन किया।
बीजेपी की वर्चुअल रैली को अमित शाह ने किया संबोधित
गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार की शाम चार बजे दिल्ली के बीजेपी राष्ट्रीय मुख्यालय से 'बिहार संवाद' वर्चुअल रैली को संबोधित किया। शाह के मंच पर जहां बिहार के केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे, वहीं पटना स्थित बीजेपी प्रदेश कार्यालय के अटल बिहारी बाजपेयी सभागार में बने मंच पर बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल थे। पटना कार्यालय में पार्टी ने दो बड़े एलईडी स्क्रीन लगाए, जिसे दिल्ली से लिंक दिया गया। इसी के माधयम से अमित शाह और बिहार के केंद्रीय स्तर के नेता जुड़े। बाकी लोग अपने घर से ही दिए गए लिंक पर क्लिक करके रैली से जुड़े।
असली रैली जैसी ही होगी वर्चुअल रैली
बीजेपी ने भले ही इस रैली को वर्चुअल आयोजित किया, लेकिन सबकुछ असली रैली जैसा ही रहा। जिस तरह से रैली में मंच सजते हैं, उसी तरह दिल्ली और पटना में मंच सजाए गए। दोनों मंचों पर प्रोटोकॉल के मुताबिक छोटे से बड़े नेता बैठे। रैली शुरू होने से पहले स्वागत भाषण से लेकर स्वागत कार्यक्रम भी आयोजित किए गए।
पार्टी कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगे सीएम नीतीश कुमार
जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) भी रविवार से लगातार छह दिनों तक वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अपनी पार्टी के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं से मुखातिब हो रहे हैं। प्रत्येक जिले में बातचीत का सिलसिला अलग-अलग चलेगा। इसके पहले वह कोरोना काल में जेडीयू के प्रखंड व जिलाध्यक्षों से बात कर चुके हैं। बातचीत का सिलसिला रविवार को सुबह 11 बजे से आरंभ होकर शाम पांच बजे तक यह कई चरणों में चला।
कोरोना काल में किए काम की दे रहे जानकरी
बातचीत के फॉरमेट के संबंध में यह जानकारी मिली है कि मुख्यमंत्री पार्टी के जमीनी कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों को यह बता रहे हैं कि कोरोना काल में सरकार ने लोगों के कौन-कौन से काम किए। क्वारंटाइन सेंटर पर किस तरह के इंतजाम रहे। बाहर में फंसे बिहार के लोगों के 20.40 लाख लोगों के बैैंक खाते में सरकार ने किस तरह से एक-एक हजार रुपए की राशि भेजी। राशन कार्ड की दिशा में क्या निर्णय हुए और बाहर से आए लोगों के लिए सरकार ने किस तरह से रोजगार की व्यवस्था की है। जमीनी स्तर पर कोरोना संक्रमण को ले लोगों जागरूक करने की दिशा में किस तरह से सक्रियता रखनी है यह भी पार्टी के लोगों को बताया जाएगा। पंचायत स्तर मास्क व साबुन उपलब्ध कराए जाने की योजना के क्रियान्वयन पर नजर रखने की हिदायत भी दी जाएगी।
वर्चुअल रैली के विरोध में आरजेडी ने पीटी थाली
बीजेपी की रैली के विरोध में आरजेडी ने भी समानांतर कार्यक्रम की घोषणा कर रखी थी। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने अपने कार्यकर्ताओं एवं समर्थकों से ताली एवं थाली पीटकर विरोध जताया। आरजेडी ने अपने कार्यक्रम का नाम दिया- मजदूर अधिकार दिवस। खास बात यह कि आरजेडी के थाली पीटो अभियान का जेडीयू ने विरोध किया। उसने ताली पीटते हुए आरजेडी व लालू परिवार के खिलाफ हाय-हाय के नारे लगाए।
अपने कार्यक्रम के बाद तेजस्वी यादव ने बीजेपी की वर्चुअल रैली की आलोचना की। इसके पहले उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 मार्च को जनता कर्फ्यू के दिन कोरोना योद्धाओं के सम्मान में लोगों से थाली और ताली बजवाई थी। आरजेडी अपने तरीके से उन्हें इसकी याद दिलाया।
राजधानी से लेकर गांवों तक हुआ विरोध
आरजेडी के प्रदेश प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी के मुताबिक राजधानी से लेकर गांवों तक विरोध की पूरी तैयारी की गई थी। आरजेडी प्रवक्ता चितरंजन गगन ने कहा कि रैली के जरिए बीजेपी-जेडीयू अपनी सरकार की नाकामियों को छुपाना चाहते हैं। इसलिए थाली-लोटा और कटोरी बजाकर आरजेडी ने लोगों को आगाह किया कि यह सरकार आम लोगों की विरोधी है। युवा आरजेडी के प्रवक्ता अरुण कुमार यादव ने बताया कि कामगारों को अपराधी बताने वाली सरकार के खिलाफ राज्य के प्रत्येक गली-मोहल्ले, टोले, पंचायत, प्रखंड स्तर पर बैनर-पोस्टर और होर्डिंग लगाकर सरकार की सोच को उजागर किया गया।
वाम दलों का धिक्कार दिवस व धरना, कांग्रेस ने भी किया विरोध
अमित शाह की वर्चुअल रैली के विरोध में रविवार को वाम दलों ने विश्वासघात-धिक्कार दिवस मनाया। वाम दलों के नेताओं के नेतृत्व में जनशक्ति भवन के सामने एक दिवसीय राज्यव्यापी धरना कार्यक्रम किया। कार्यक्रम जिला मुख्यालयों में भी आयोजित किए गए। कांग्रेस ने भी रैली के विरोध में काले गुब्बारे उड़ाए।