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जानिए प्रकाश झा के जीवन के कुछ अनछुए पहलू, फुटपाथ पर गुजारी हैं रातें...

बिहार के छोटे से शहर बेतिया से ताल्लुक रखने वाले प्रकाश झा मुंबई गए थे पेंटर बनने लेकिन फिल्मकार बन गए। संघर्ष के पुराने दिनों में उनकी कई रातें फुटपाथ पर गुजरीं थी।

By Kajal KumariEdited By: Published: Sat, 07 May 2016 08:18 AM (IST)Updated: Sun, 08 May 2016 11:13 AM (IST)
जानिए प्रकाश झा के जीवन के कुछ अनछुए पहलू, फुटपाथ पर गुजारी हैं रातें...
जानिए प्रकाश झा के जीवन के कुछ अनछुए पहलू, फुटपाथ पर गुजारी हैं रातें...

पटना। मशहूर निर्माता-निर्देशक प्रकाश झा इन दिनों बिहार में चर्चा में हैं। पटना स्थित उनके 'पी एंड एम' मॉल की लीज को सरकार ने रद कर दिया है। बिहार के छोटे से शहर बेतिया से ताल्लुक रखने वाले प्रकाश झा मुंबई गए थे पेंटर बनने, लेकिन फिल्मकार बन गए। संघर्ष के पुराने दिनों में उनकी कई रातें फुटपाथ पर गुजरीं थी।

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जेजे स्कूल ऑफ आर्ट्स में लिया एडमिशन

प्रकाश झा ने अपनी पढ़ाई बोकारो शहर के केंद्रीय विद्यालय नं.1 और कोडरमा जिले के तिलैया में स्थित सैनिक स्कूल से की। इसके बाद उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के रामजस कॉलेज से स्नातक किया। फिर, उन्होंने मुंबई जाकर पेंटर बनने की ठानी। प्रकाश झा ने मुंबई के जेजे स्कूल ऑफ आट्र्स ज्वाइन कर लिया।

ऐसे हुआ फिल्मों की ओर झुकाव

लेकिन, विधि को कुछ और ही मंजूर था। इसी दौरान उन्होंने फिल्म 'ड्रामा' की शूटिंग देखी और फिर अपना फैसला बदल दिया। 1974 में पेंटिंग के प्रोफेशनल कोर्स के बीच में ही उन्होंने फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया। उन्होंने 1975 में अपनी पहली डॉक्युमेंट्री फिल्म 'अंडर द ब्लू' बनाई। प्रकाश झा ने 'फेसेज आफ्टर स्टॉर्म' जैसी कई राजनीतिक डॉक्युमेंट्री भी बनाईं। इन फिल्मों ने बतौर बेस्ट नॉन फीचर फिल्म, नेशनल फिल्म अवॉर्ड भी जीते।

फुटपाथ पर गुजारीं रातें

एक दौर वह भी था जब उसके पास रूम रेंट और खाने तक के पैसे नहीं थे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जब प्रकाश झा मुंबई गए तो उनके पास ज्यादा पैसे नहीं थे। ऐसे में उनकी कई रातें जुहू बीच के फुटपाथ पर गुजरीं थीं।

खुलते चले गए रास्ते

लेकिन, संघर्ष के बीच रास्ते खुलते चले गए। फिल्मों के जरिए उन्होंने बॉलीवुड में सफलता का परचम फहराया।

दीप्ति नवल से विवाह व अलगाव

प्रकाश झा ने 1985 में बॉलीवुड अभिनेत्री दीप्ति नवल से विवाह किया, लेकिन दोनों के संबंध अधिक दिन नहीं चले। आपसी मतभेदों के कारण वर्ष 2002 में दोनों अलग हो गए और 2005 में तलाक ले लिया।

खास बात यह भी है कि दीप्ति का भी पेंटिंग व फोटोग्राफी से गहरा लगाव था। उन्होंने बतौर पेंटर 'इन सर्च ऑफ स्काय', 'रोड बिल्डर्स' और 'शेड्स ऑफ रेड' तस्वीर श्रृंखलाओं के माध्यम से अपनी फोटोग्राफी का हुनर दिखाया था।

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