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बाहुबली अनंत सिंह का कबूलनामा-कितनों को मारा, याद नहीं, भोला को भी मार डालूंगा

एके 47 बरामदगी केस में मोकामा के बाहुबली विधायक अनंत सिंह ने कबूला है कि उन्होंने कितनी हत्याएं की हैं उन्हें याद नहीं। अब वो भोला सिंह की भी हत्या करेंगे।

By Kajal KumariEdited By: Published: Mon, 28 Oct 2019 10:25 AM (IST)Updated: Tue, 29 Oct 2019 09:10 PM (IST)
बाहुबली अनंत सिंह का कबूलनामा-कितनों को मारा, याद नहीं, भोला को भी मार डालूंगा
बाहुबली अनंत सिंह का कबूलनामा-कितनों को मारा, याद नहीं, भोला को भी मार डालूंगा

पटना, जेएनएन। बिहार के बाहुबली विधायक अनंत सिंह ने कबूला है कि ठेकेदारी में पार्टनर रहे भोला सिंह और उसके भाई मुकेश की हत्या की साजिश उनके ही इशारे पर रची गई है। अनंत सिंह ने मामले में दायर की गई चार्जशीट में यह बात कबूल की है और कहा है कि भोला ठेकेदारी में उनका पार्टनर था। दोनों के बीच टेंडर के मुनाफे के दो करोड़ की राशि को लेकर विवाद हो गया।

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अनंत सिंह ने बताया है कि उनका भोला सिंह से विवाद चल ही रहा था कि 2015 में वो जेल चले गए। इस बीच भोला ने उनकी चार एके 47 बंदूकें रख ली। कई बार मांगने के बाद भी भोला ने उनकी एके 47 नहीं लौटाई। इस वजह से दोनों के बीच दुश्मनी बढ़ती चली गई। अनंत सिंह ने कहा है कि मैंने भोला को कई बार मरवाने की कोशिश की है और उसे मरवा कर ही दम लूंगा। मैं अपने दुश्मन को छोड़ता नहीं हूं। अबतक कितनों को मारा, मुझे याद नहीं।

कबूलनामा में विधायक अनंत सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्तार अंसारी का एक आदमी मेरा और भोला का परिचित था। उसआ आदमी को भी हमने भोला की सुपारी दी थी। उसने भोला पर गोली भी चलाई थी लेकिन वह किस्मत से बच निकला। विधायक ने पुलिस से पूछताछ में कहा है कि इससे पहले भोला सिंह पर दिल्ली, कोलकाता में भी हमला करवाया था, लेकिन वह बच निकला। 

अनंत सिंह ने स्वीकार किया कि जून महीने में लल्लू मुखिया, रणवीर यादव, चंदन सिंह और विकास के साथ मिलकर उन्होंने भोला की हत्या की साजिश रची। साजिश को अंजाम देने के लिए तीन शूटरों की व्यवस्था विकास सिंह ने की थी। इसके बाद तय तिथि को लल्लू मुखिया, चंदन सिंह और रणवीर यादव ने शूटरों को पंडारक पहुंचाया। लेकिन पंडारक में स्थानीय लोगों ने पकड़ लिया और मारपीट कर पुलिस के हवाले कर दिया। 

साजिश के तहत एके 47 लल्लू मुखिया की देखरेख में रखी गई थी। 14 जुलाई को शूटरों के पकड़े जाने के कुछ दिन बाद हत्या की साजिश वाला ऑडियो वायरल हो गया। ऑडियो वायरल होने के बाद अनंत सिंह को गिरफ्तारी का डर सताने लगा और हथियारों की चिंता होने लगी।

इसके बाद अनंत सिंह ने एके 47 को नदवां स्थित अपने पैतृक घर पर रखवा दिया। अनंत ने स्वीकारा कि सुनील राम ने ही नदवां स्थित उनके घर पर हथियार छिपाया था। 


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