प्रशांत किशोर के विरोध में BJP: पथराव में बचे JDU नेता, राज्यपाल से भी शिकायत
पटना विवि छात्रसंघ की राजनीति प्रशांत किशोर की सक्रियता के आरोप के बाद अब राजग की राजनीति गरमा गई है। इस मामले में राजग में जदयू की सहयोगी भाजपा प्रशांत के विरोध में खड़ी है।
पटना [जेएनएन]। जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अध्यक्ष व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी प्रशांत किशोर के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) खड़ी हो गई है। बताया जा रहा है कि सोमवार की रात भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के कार्यकर्ताओं ने उनपर पथराव कर दिया। हमले में वे बाल-बाल बचे, हालांकि उनकी गाड़ी काे क्षति पहुंची। इसके बाद भाजयुमो के प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मिलकर प्रशांत किशोर के खिलाफ पटना विवि छात्रसंघ चुनाव में आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत की।
पटना विवि कुलपति आवास पर गए थे प्रशांत किशोर
कल हो रहे पटना विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव को लेकर माहौल गर्म है। आचार संहिता भी लागू है। इसी बीच प्रशांत किशोर पटना विश्वविद्यालय के कुलपति से मिलने उनके आवास पर गए। इसकी जानकारी मिलने पर छात्रों ने कुलपति आवास को घेर लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशांत किशोर पटना विवि के छात्रसंघ चुनाव में छात्र जदयू के पक्ष में बात करने कुलपति के पास गए थे।
छात्र संगठनों ने कुलपति आवास घेरा, लगाया ये अारोप
प्रशांत किशोर के वहां होने की जानकारी होते ही विभिन्न छात्र संगठनों ने कुलपति आवास को घेर लिया। जिस वक्त पटना विवि के छात्रसंघ चुनाव की तैयारियों की समीक्षा के लिए पीरबहोर थाने में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में उच्चाधिकारियों व छात्र संगठनों के नेताओं की बैठक हो रही थी, उसी समय जदयू के छात्र संगठन को छोड़कर बाकी सभी छात्र संगठन कुलपति आवास के बाहर हंगामा व नारेबाजी कर रहे थे। वे आरोप लगा रहे थे कि आवास के अंदर प्रशांत किशोर पटना विवि के कॉलेजों के प्राचार्यों को बुलाकर बैठक ले रहे हैं। वे चुनाव को छात्र जदयू के पक्ष में प्रभावित करना चाह रहे हैं।
पथराव में बाल-बाल बचे प्रशांत किशोर
इसके बाद रात में कड़ी सुरक्षा के बीच जब प्रशांत किशोर कुलपति आवास से निकले, छात्र संगठनों ने उनपर पथराव कर दिया। बताया जाता है कि प्रशांत किशोर के खिलाफ घेराव व पथराव में भाजयुमो कार्यकर्ता शामिल रहे। इसके बाद पुलिस ने प्रशांत किशोर को घेरे में लेकर सुरक्षित बाहर निकाला। वे तो बचे गए, लेकिन हमले में उनकी गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई। पुलिस ने लाठीचार्ज कर हालात पर काबू पाया।
मामले पर चढ़ा सियासी रंग, विरोध में उतरी भाजपा
प्रशांत किशोर के कुलपति से मिलने के बाद मामला सियासी रंग लेता दिख रहा है। भाजपा के एक विंग भाजयुमो ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। भाजयुमो के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संतोष रंजन व प्रदेश अध्यक्ष व विधायक नितिन नवीन इस मामले को लेकर राज्यपाल से मिले। उनके साथ भाजपा के एक और विधायक भी थे। उन्होंने कहा कि मंगलवार को हो रहे छात्रसंघ चुनाव के दौरान परिसर में प्रशांत किशोर का जाना गैरकानूनी था। उन्होंने आचार संहिता उल्लंघन के लिए प्रशांत किशोर पर भी कार्रवाई की मांग की।
इस कारण प्रशांत के खिलाफ है भाजपा
सवाल यह है कि जदयू के सहयोगी भाजपा ने प्रशांत के खिलाफ मोर्चा क्यों खोला है? भाजपा के छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) के कार्यालय पर पुलिस छापेमारी तथा संगठन के अध्यक्ष पद के प्रत्याशी की गिरफ्तारी की कोशिश को प्रशांत किशोर की सक्रियता से जोड़कर देखा जा रहा है। इससे भाजपा का एक तबका प्रशांत किशोर में खड़ा हो गया है।
कुलपति बाले: पता नहीं था कि आ रहे प्रशांत किशोर
कुलपति प्रोफेसर रासबिहारी सिंह ने कहा कि आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव व्यास जी ने भूकंपरोधी उपकरण के सिलसिले में बात की थी। उपकरण मार्च तक लगना है। इसे लेकर उदय कांत मिश्र को साढ़े चार बजे मिलने का समय दिया गया था। उस वक्त यह पता नहीं था कि वे प्रशांत किशोर के साथ आएंगे। जानकारी होती तो समय नहीं देता।
प्रशांत किशोर ने दी ये सफाई
प्रशांत किशोर ने कहा कि वे कुलपति आवास में किसी पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत नहीं गए थे। उदय कांत उनके अंकल हैं। उनसे करीबी रिश्ता है। उन्हें भी पास में एक पार्टी में जाना था। इस क्रम में उदय कांत जी को कुलपति आवास में छोडऩे गए थे कि इसी बीच छात्रों ने घेर लिया।