प्रतिमा स्थापित करने को लेकर दो पक्षों के बीच हुई पत्थरबाजी
प्रतिमा स्थापित करने को लेकर दो पक्षों के बीच हुई पत्थरबाजी
पटना (मसौढ़ी)। थाने के केशोचक गाव में शुक्रवार की शाम अतिक्रमणमुक्त कराई गई सरकारी जमीन पर स्थायी रूप से प्रतिमा स्थापित करने को लेकर गाव के दो पक्षों के बीच जमकर पत्थरबाजी हुई। मौके पर पहुंची पुलिस पर भी एक पक्ष के समर्थकों ने पत्थरबाजी कर दी। बाद में अनुमंडल के कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची और हंगामा करनेवालों को खदेड़ दिया। इसमें कुछ ग्रामीणों के घायल होने की सूचना है। पुलिस ने मौके से एक प्रतिमा बरामद की है। साथ ही एक महिला समेत तीन को गिरफ्तार किया गया है।
बताया जा रहा है कि केशोचक गाव के योगेंद्र यादव के घर के सामने पूर्व में एक आहर-पईन थी जिसे लोगों ने भर कर समतल बना दिया। शुक्रवार को ग्रामीण एक प्रतिमा लेकर वहां पहुंचे और स्थायी रूप से स्थापित करने लगे। इसका विरोध योगेंद्र यादव व उसके परिवार ने किया तो विवाद बढ़ गया और ग्रामीणों ने उसके घर पर पत्थरबाजी शुरू कर दी। जवाब में योगेंद्र का परिवार भी पत्थरबाजी करने लगा। मौके पर मसौढ़ी थाना के अतिरिक्त भगवानगंज थानाध्यक्ष जितेंद्र राम, कादिरगंज, धनरुआ व पुनपुन के थानाध्यक्ष पुलिस बल के साथ पहुंचे और लाठीचार्ज कर ग्रामीणों को खदेड़ दिया। फिलवक्त पुलिस गाव में कैंप कर रही है।
सीओ योगेंद्र कुमार ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के अनुसार किसी भी सरकारी जमीन पर कोई धार्मिक स्थल का निर्माण नहीं किया जाना है। उन्होंने बताया कि केशोचक की उक्त जमीन को फिर से मनरेगा से खुदवाकर आहर व पईन का स्वरूप दिया जाएगा। थानाध्यक्ष रंजीत कुमार रजक ने बताया कि पुलिस पर पत्थरबाजी करने के आरोप में एक महिला समेत तीन को गिरफ्तार किया गया है। अन्य आरोपितों की पहचान की जा रही है।