स्टार्टअप से मिलेगी प्रदेश को नई ऊर्जा
स्टार्टअप से ही प्रदेश को नई ऊर्जा प्रदान की जा सकती है।
पटना। प्रदेश के विकास में स्टार्टअप नई ऊर्जा प्रदान करेगा। सरकार स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। इसके अलावा रोजगार सृजन के लिए प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना भी चलाई जा रही है, लेकिन प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना की प्रदेश में अच्छी स्थिति नहीं है। इसमें बैंकों का सहयोग नहीं मिल रहा है। बैंक सहयोग करें तो बिहार के स्टार्टअप देशभर में उदाहरण स्थापित कर सकते हैं। ये बातें शनिवार को बिहार उद्योग संघ के तत्वावधान में आयोजित समारोह में अपर मुख्य सचिव त्रिपुरारि शरण ने कहीं।
मौके पर वित्त विभाग के सचिव राहुल सिंह ने कहा कि केवल सरकारी सहयोग से स्टार्टअप को सफल नहीं किया जा सकता है, बल्कि इसके लिए सही दिशा में मार्गदर्शन एवं उद्यमी का समर्पण भी महत्वपूर्ण होता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार विभिन्न योजनाओं के विकास पर लगभग 75 हजार करोड़ रुपये खर्च कर रही है। समारोह में आए अतिथियों का स्वागत करते हुए बिहार उद्योग संघ के अध्यक्ष केपीएस केसरी ने कहा कि पिछले तीन वर्षो से स्टार्टअप शुरू किया है। अच्छी बात है कि सरकार ने भी स्टार्टअप को सहायता देने के लिए 10 लाख रुपये देने का प्रावधान किया है, जिसमें पांच लाख अनुदान एवं पांच लाख सूद मुक्त कर्ज देने की व्यवस्था है। उन्होंने कहा कि बिहार उद्योग संघ ने राज्य में औद्योगिक वातावरण तैयार करने के लिए कई कार्यक्रम प्रारंभ किए गए हैं, जिसके बेहतर नतीजे सामने आ रहे हैं। समारोह में वेंचर पार्क के शासी परिषद के अध्यक्ष एवं अशोका विश्वविद्यालय के सह संस्थापक प्रमथ राज सिन्हा ने कहा कि स्टार्टअप नई सोच का परिणाम है। स्टार्टअप को सरकार एवं समाज दोनों को सहयोग करने की जरूरत है। केवल सरकार के सहारे इनका विकास नहीं किया जा सकता है। स्टार्टअप का सही दिशा में मार्गदर्शन बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि बिहार जैसे राज्य में बढ़ रही उद्यमिता एक प्रशंसनीय कार्य है। मौके पर इंडियन एंजल नेटवर्क के सीईओ सुश्री पद्मजा रुपायल ने कहा कि स्टार्टअप तभी सफल होता है, जब उसके पीछे एक मजबूत मार्गदर्शक हो। स्टार्टअप को समय-समय पर मार्गदर्शन करने की जरूरत होती है। समारोह में साइबर मीडिया गु्रप के चेयरमैन प्रदीप गुप्ता ने कहा कि हर स्टार्टअप सफल हो, यह कोई जरूरी नहीं। 10 आइडिया में से एक दो ही सफल हो पाता है।
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आइआइटी खड़गपुर के छात्रों को मिला प्रथम पुरस्कार
बिहार उद्योग संघ के तत्वावधान में आयोजित बिजनेस प्लान प्रतियोगिता में आइआइटी खड़गपुर के छात्रों को प्रथम पुरस्कार प्रदान दिया गया। आइआइटी के छात्रों ने ऑनलाइन मार्केटिंग के लिए थ्री डी मॉडल का एप विकसित किया है, जिसके माध्यम से दुनियाभर के बाजारों से घर बैठे वस्त्रों की खरीदारी कर सकते हैं। इन छात्रों को पुरस्कार स्वरूप एक लाख रुपये दिए गए। इसमें विकास रमण, सुधांशु सौरभ एवं प्रेम शंकर शामिल हैं। प्रतियोगिता में दूसरा स्थान सत्तूज के मालिक सचिन कुमार को दिया गया। उन्होंने अब तक चार फ्लेवर में सत्तू उतारा है। उन्हें 50 हजार की राशि प्रदान की गई। तीसरा पुरस्कार ऋचा को प्रदान किया गया। ऋचा ने केले के रेशे से सेनेटरी पैड विकसित किया है, जो पर्यावरण के अनुकूल है। उसमें किसी तरह के केमिकल का उपयोग नहीं किया जाता है। तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली ऋचा को पुरस्कार स्वरूप 25 हजार रुपये दिए गए। इसके अलावा तीन प्रतियोगियों को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया।