रुकावट के लिए खेद है..
पटना । राजधानी के सबसे बड़ी समस्या में से एक है जाम। तमाम लोगों को रोज इससे दो-चार होना
पटना । राजधानी के सबसे बड़ी समस्या में से एक है जाम। तमाम लोगों को रोज इससे दो-चार होना पड़ा है। इसके समाधान के लिए तमाम उपाय किए जा रहे हैं, जिनमें प्रमुख है फ्लाईओवर का निर्माण। कुछ पूरे हुए, कई निर्माणाधीन हैं। निर्माणाधीन फ्लाईओवर ही फिलहाल जाम के बड़े केंद्र बन गए हैं। निर्माण को लेकर सड़क की चौड़ाई का बड़ा हिस्सा घेर दिया गया है। आने-जाने के लिए सिंगल लेन है। सारी गाड़ियों की रफ्तार वहां आकर दम तोड़ने लगती हैं। कोढ़ में खाज यह कि कई जगह सर्विस लेन बुरी तरह क्षतिग्रस्त है। इसके कारण वहां जाम रूद्र रूप धारण किए रहता है। कोई मददगार नहीं, बस एक बोर्ड दिखता है - रुकावट के लिए खेद है। लंबे समय से यह विनम्रता प्रकट की जा रही है। कब तक खेद प्रकट किया जाएगा, पढि़ए जीतेंद्र कुमार की रिपोर्ट में..
कदमकुआं से चले स्टेशन के लिए। स्पीड कमोबेश ठीकठाक। जैसे ही चिरैयांटांड़ पुल पार कर स्टेशन रोड में घुसते हैं गाड़ी के पहिए कम, हाथ-पैर अधिक चलते हैं। क्लच, दोनों ब्रेक और हॉर्न। वहां से स्टेशन तक गाड़ियां चीखती-चिल्लती और घिसटती हुई किसी तरह जाती हैं। पतली सड़क और गड्ढों की गिनती नहीं। कीचड़ और पानी से लबालब। एक किनारे कीचड़ से सराबोर रुकावट के लिए खेद प्रकट करता घेरा। राजधानी में करीब आधा दर्जन ऐसी जगहें हैं, जहां फ्लाईओवर निर्माण के कारण सुबह से देर रात तक जाम अपने चरम पर रहता है।
राजधानी की सड़कों पर विनम्रता से भरी, लेकिन काफी ढीठ लिखावट कम से कम दो साल और दिखेगी। मतलब यह कि सड़कों पर जाम से छुटकारा पाने के लिए 2018 तक इंतजार करना होगा। निर्माण कार्य पूरा होने पर शहर में वाहनों की गति बढ़ने की उम्मीद है। यह तब संभव होगा जब समय पर कम से कम दो नए फ्लाई ओवर का निर्माण पूरा हो जाए। बहरहाल, अभी तो आर ब्लॉक, वीरचंद पटेल पथ, दरोगा प्रसाद राय पथ और हार्डिग रोड से पटना जंक्शन तक निर्माण कार्य के कारण जाम का सामना करना ही पड़ेगा।
पटना साहिब में गुरु गोविंद सिंह की 350वीं जयंती पर जनवरी 2017 में प्रस्तावित प्रकाश पर्व को लेकर सड़कों के सुदृढ़ीकरण के साथ ही राजधानी क्षेत्र में फ्लाई ओवर के तीन मेगा प्रोजेक्ट का निर्माण इस साल शुरू हुआ है। पटना जंक्शन, करबिगहिया स्टेशन, राजेन्द्र नगर टर्मिनल और हवाई अड्डा की राह में ट्रैफिक जाम की समस्या प्रस्तावित फ्लाई ओवर से दूर होने की उम्मीद है। फिलहाल स्टेशन रोड, हार्डिग पार्क, करबिगहिया और वीरचंद पटेल पथ, दरोगा प्रसाद राय पथ पर निर्माण और सबसे अधिक यातायात का बोझ है।
-- आर ब्लाक फ्लाई ओवर --
जीपीओ गोलंबर फ्लाई ओवर से आर ब्लाक होते सचिवालय के सामने भिखारी ठाकुर पुल को जोड़ने के लिए नए ब्रिज का निर्माण शुरू हो गया है। इस फ्लाई ओवर के निर्माण से पश्चिमी पटना के लोग आर ब्लॉक पर जाम से बचते हुए सीधे कंकड़बाग पुरानी बाईपास पहुंच सकते हैं। अभी हार्डिग रोड और वीरचंद पटेल पथ के बीच निर्माण कार्य शुरू हो गया है। वीरचंद पटेल पथ पर जदयू कार्यालय से लेकर सर्किट हाउस और हार्डिग रोड में आर ब्लाक से मीठापुर फ्लाई ओवर के बीच निर्माण के कारण सामान्य यातायात में रुकावट के लिए खेद का बोर्ड लग गया है।
अनुमानित लागत - 118.65 करोड़
फ्लाई ओवर की लंबाई - 1270 मीटर
निर्माण अवधि - 36 महीने
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-- स्टेशन रोड फ्लाई ओवर --
पटना जंक्शन, महावीर मंदिर और बुद्ध स्मृति पार्क ऊंचाई से कैसा दिखता होगा? सड़क पर तो सिर्फ कीचड़-पानी और गंदगी भरा है। राजधानी के नागरिकों को इस पथ पर करीब 900 मीटर मीठापुर ब्रिज से चिरैयाटांड वाया पटना जंक्शन गोलंबर फ्लाई ओवर निर्माण के कारण जाम में लोगों की ट्रेन छूट रही है। दो लेन के इस इंटरमीडिएट फ्लाई ओवर का निर्माण 91 करोड़ की लागत से दिसंबर तक पूरा होने का अनुमान है। निर्माण 2014 में शुरू हुआ। इसे 21 महीने में पूरा करना था। दिसंबर 16 तक इस फ्लाई ओवर पर रफ्तार नापने का मौका मिल सकता है।
अनुमानित लागत - 91 करोड़
फ्लाई ओवर की लंबाई - 900 मीटर
निर्माण अवधि - 21 महीने
निर्माण पूरा - दिसंबर 2016
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- मेगा प्रोजेक्ट लोहिया पथ चक्र --
बेली रोड पर अति व्यस्त चार चौराहे जो सचिवालय, हवाई अड्डा, हाईकोर्ट और राजभवन को जोड़ता है। ललित भवन से डाकबंगला तक रेंगते हुए वाहनों के काफिले के बीच पैदल चलने के लिए कोई जगह नहीं बचती है। इससे निजात के लिए 335 करोड़ की लागत से मेगा प्रोजेक्ट लोहिया पथ चक्र का निर्माण इसी साल शुरू हुआ है। इस योजना में मल्टीपल अंडरपास का निर्माण दरोगा प्रसाद राय पथ और बेली रोड पर शुरू हो गया है। दरोगा प्रसाद राय पथ पर डाइवर्शन से गाड़ियां चल रही हैं। ललित भवन से हाईकोर्ट तक वाया नया सचिवालय सर्विस लेन का निर्माण के कारण कई जगहों पर गतिरोध का सामना करना पड़ रहा है।
इस अंडरपास में अलग-अलग इलाकों में जाने का रास्ता रहेगा। साथ ही यूटर्न का रास्ता मिलेगा। ललित भवन से लेकर विद्युत बोर्ड के बीच अंडरपास की योजना बन कर तैयार है। अंडरपास में सोलर लाइट, ड्रेनेज सिस्टम सहित अन्य सुविधाएं होंगी।
अनुमानित लागत - 335 करोड़
निर्माण अवधि -
निर्माण पूरा -
-- पुनाईचक फ्लाइओवर --
सचिवालय, बो¨रग केनाल रोड, हाईकोर्ट, वीमेंस कॉलेज के बीच सबसे अधिक जाम की समस्या है। यहां ललित भवन से पुनाईचक तक फ्लाई ओवर का प्रस्ताव है। यह फ्लाई ओवर बो¨रग केनाल रोड, दरोगा प्रसाद राय पथ और हाईकोर्ट की ओर से एक-एक लेन जुड़ेगा। इससे पूरब से पश्चिम बेली रोड पर जाम की समस्या दूर होगी।
-- करबिगहिया फ्लाईओवर --
चिरैयाटांड़ से करबिगहिया स्टेशन के सामने से मीठापुर ब्रिज तक नया फ्लाई ओवर प्रस्तावित है। इस फ्लाई ओवर के निर्माण से कंकड़बाग से सचिवालय तक सफर आसान हो जायेगा। हालांकि निर्माण में निजी मकानों को हटाने में बाधा के कारण कार्य ठप है।
अनुमानित लागत - 103.12 करोड़
फ्लाई ओवर की लंबाई - 1128 मीटर
निर्माण अवधि - 36 महीने
कार्य की प्रगति - शून्य
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बयान
बेली रोड, लोहिया पथ चक्र निर्माण कार्य शुरू होने के पूर्व सर्विस लेन का निर्माण सितंबर तक पूरा हो जाएगा। हार्डिंग रोड फ्लाईओवर निर्माण के लिए वीरचंद पटेल पथ पर सर्विस लेन से आवागमन की व्यवस्था की गई है। स्टेशन रोड फ्लाई ओवर निर्माण का कार्य तीव्र गति से पूरा कराने का प्रयास किया जा रहा है।
-- आनंद किशोर, आयुक्त, पटना प्रमंडल