पटना एम्स में जल्द ही रोबोट करने लगेंगे सर्जरी
एम्स पटना में तीन दिवसीय रोबोटिक सिस्टम से सर्जरी पर कार्यशाला
पटना। एम्स पटना में तीन दिवसीय रोबोटिक सिस्टम से सर्जरी पर कार्यशाला के आखिरी दिन बुधवार को देशभर के विशेषज्ञ व्याख्यान में शामिल हुए। सेमिनार का उद्घाटन एम्स पटना के निदेशक डॉ. प्रभात कुमार सिंह व आइजीआइएमएस के निदेशक डॉ. एनआर विश्वास ने दीप प्रज्जवलित कर किया। इस मौके पर सेमिनार को संबोधित करते हुए डॉ. प्रभात कुमार सिंह ने कहा कि बहुत जल्द एम्स पटना में भी रोबोट से सर्जरी की सुविधा शुरू हो जाएगी।
मैनुअल सर्जरी की अपेक्षा रोबोट सर्जरी में खर्च अधिक होता है। एम्स पटना चाहेगा कि सरकार इस खर्च को कम करने में मदद करे, जिससे गरीब मरीज भी रोबोटिक सर्जरी का लाभ उठा सके। इस सर्जरी का सबसे बड़ा फायदा मरीज को ही होता है। जिस स्थान पर सर्जरी करना चाहता है रोबोट कम चीड़-फाड़ करते हुए सर्जन के मुताबिक उस ग्रसित अंग की सर्जरी काफी कम समय में और सफाई के साथ पूरा कर लेता है। सेमिनार में शामिल आइजीआइएमएस के निदेशक डॉ. एनआर विश्वास ने नई तकनीक के सर्जरी की सराहना की। रोबोट के जरिए पेट, छाती, ईएनटी समेत किसी भी अंग का सर्जरी करने में सक्षम है। आधुनिक युग के रोबोट में कई ऐसी नई तकनीक आई हैं, जिसमें सर्जरी के साथ सर्जन को बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। एम्स पटना के सर्जीकल ऑनकोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. जगजीत पाडेय ने बताया कि बिहार में पहली बार रोबोटिक सर्जरी की वर्कशॉप पटना एम्स में हुई। रोबोट के जरिए सर्जरी विधि को सीखने के लिए शहर के सर्जनों में काफी उत्साह दिखा। लाइव वर्कशॉप के दौरान मेडिकल छात्रों को भी नई तकनीक को सीखने का मौका मिला। इस मौके पर मनीपाल अस्पताल, बंगलूरू के रोबोटिक कैंसर सर्जन प्रो. सोमशेखर, अपोलो अस्पताल दिल्ली के पेड्रियाटिक सर्जन डॉ. सुजीत चौधरी, बीएलके अस्पताल दिल्ली के डॉ. सुरेंद्र दास, मैक्स अस्पताल के रोबोटिक यूरोलॉजी सर्जन डॉ. गगन गौतम, डॉ. सहजानंद, डॉ. सीएम सिंह, डॉ. अनिल कुमार, डॉ. नीरज अग्रवाल, डॉ. संजीव कुमार, डॉ. बिंदे समेत देश व सूबे के कई विशेषज्ञों ने रोबोटिक सिस्टम सर्जरी पर अपनी राय रखी। रोबोटिक सिस्टम से सर्जरी के फायदे : निदेशक प्रभात कुमार के अनुसार सर्जरी के दौरान कई ऐसे मौके आते हैं जहा सर्जन का मरीज के उस अंग तक हाथ नहीं पहुंच पाता है जहा के तंतु की सर्जरी करनी है। साथ ही सर्जरी के दौरान कई बार ऐसे मौके भी आते हैं जब सर्जन के हाथ हिल जाते हैं। सर्जरी में जिस अंग तक सर्जरी का हाथ पहुंचाना है उस अंग तक रोबोट आसानी से पहुंच जाता है और सफाई के साथ मरीज की सर्जरी आसानी से हो जाती है। इसमें समय की भी काफी बचत होती है और सर्जन सिर्फ कंट्रोल सिस्टम पर बैठकर रोबोट का संचालन आसानी के साथ कर पाते हैं। उन्होंने आश्वासन दिया की एक वर्ष के अंदर एम्स पटना में रोबोट सिस्टम से सर्जरी शुरू हो जाएगी। सबसे पहले गायनी और ईएनटी विभाग में रोबोटिक सिस्टम सर्जरी शुरू होने की संभावना व्यक्त की। रोबोट के माध्यम से होने वाली सर्जरी में आने वाले खर्च को कम करने के लिए एम्स पटना हर संभव प्रयास करेगा।