BSEB : ड्राइवर का बेटा मनीष बना इंटर आर्ट्स का बिहार टॉपर, मन में IAS बनने की चाहत
बिहार इंटरमीडिएट की कला संकाय परीक्षा में जैसे ही मनीष के टॉपर होने की खबर आई उनके पिता की आंखें खुशी से भींग गईं। मनीष ने बताया कि वह आईएएस बनना चाहता है। जानें मनीष के बारे में
गया [जेएनएन]। बिहार बोर्ड द्वारा आयोजित इंटरमीडिएट की कला संकाय परीक्षा में जैसे ही मनीष के टॉपर होने की खबर आई, उनके पिता की आंखें खुशी से भींग गईं। मनीष कुमार ने पूरे राज्य में अव्वल स्थान लाकर गया का नाम रोशन किया है। मनीष के पिता विनोद पासवान स्कूल बस के ड्राइवर हैं। उन्होंने भावुक होकर कहा कि बेटा शुरू से मेधावी रहा है। उसने पूरे परिवार को गौरव का अहसास कराया है। वहीं मनीष इससे काफी खुश है तथा आगे की पढ़ाई और अच्छे ढंग से करने की बात कही। मनीष ने कहा कि वह आइएएस बनना चाहता है।
मनीष को मिले 463 अंक
परीक्षा परिणाम शनिवार को जारी हुआ। मनीष को 463 यानी 92.6 परसेंट अंक मिले हैं। उन्होंने गया कॉलेज से पढ़ाई की है। मनीष ने कहा कि खुद को हमेशा पढ़ाई पर केंद्रित रखा। टेस्ट हो या कोई भी आंतरिक परीक्षा, हमेशा 100 परसेंट अंक लाने की कोशिश की। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता, भाई-बहनों व शिक्षकों को दिया। मनीष की तमन्ना आइपीएस अधिकारी बनने की है। आगे की पढ़ाई सीयूएसबी से करना चाहते हैं। वह गया के विष्णपुद थाना क्षेत्र के चांदचौरा खोवागली मोहल्ला का रहने वाला है।
रोहिणी रानी ने भी किया टॉप
बता दें कि इंटरमीडिएट कला की परीक्षा में ही मनीष के साथ ही बेतिया की बेटी रोहिणी रानी ने भी पूरे प्रदेश में पहला स्थान लाकर चम्पारण का नाम रोशन किया है। उसे भी मनीष की तरह ही 463 अंक मिले हैं। वह बेतिया के संत तरेसा प्लस टू स्कूल की छात्रा है। अपनी सफलता से उत्साहित रोहिणी ने कहा कि उसने कोई ट्यूशन व कोचिंग नहीं की, जो उपलब्धि हासिल हुई है, वह सेल्फ स्टडी के बल पर प्राप्त हुआ है। रोहिणी हिन्दी की एक योग्य शिक्षिका बनना चाहती है, ताकि राष्ट्रभाषा को उचित मान-सम्मान हासिल हो सके। हिन्दी में उसकी विशेष रुचि है। मंझौलिया प्रखंड क्षेत्र के दुबवलिया गांव निवासी प्रमोद कुमार सिंह व सरोज देवी की यह लाडली स्नातक से हिंदी विषय में प्रतिष्ठा हासिल करेगी। प्रमोद कुमार सिंह भारतीय जीवन बीमा निगम के अभिकर्ता हैं।