राजधानी समेत छह ट्रेनें रद, तीन का रूट बदला
दानापुर मंडल के राजेंद्र नगर टर्मिनल स्टेशन पर छात्रों के प्रदर्शन व हंगामा के कारण छह ट्रेनों को रद कर दिया गया है। सात घंटे तक राजेंद्र नगर में ट्रैक जाम होने के कारण कई ट्रेनों को परिवर्तित मार्ग से चलाने का निर्णय लिया गया है।
पटना। दानापुर मंडल के राजेंद्र नगर टर्मिनल स्टेशन पर छात्रों के प्रदर्शन व हंगामा के कारण छह ट्रेनों को रद कर दिया गया है। सात घंटे तक राजेंद्र नगर में ट्रैक जाम होने के कारण कई ट्रेनों को परिवर्तित मार्ग से चलाने का निर्णय लिया गया है।
रद ट्रेनें
- 12309 राजेंद्र नगर टर्मिनल-नई दिल्ली तेजस राजधानी एक्सप्रेस।
- 12393 राजेंद्र नगर टर्मिनल-नई दिल्ली संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस ।
- 13288 राजेंद्र नगर टर्मिनल-दुर्ग साउथ बिहार एक्सप्रेस ।
- 12352 राजेंद्र नगर टर्मिनल-हावड़ा एक्सप्रेस ।
- 13201 पटना-लोकमान्य तिलक टर्मिनल एक्सप्रेस ।
- 03214 पटना मोकामा सवारी गाड़ी
परिवर्तित मार्ग से चलीं ट्रेनें
- भागलपुर से प्रस्थान करने वाली 12367 भागलपुर-आनंद विहार टर्मिनल विक्रमशिला एक्सप्रेस का परिचालन वाया किउल-गया-पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन के रास्ते किया गया।
- दानापुर से प्रस्थान करने वाली 13402 दानापुर-भागलपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस का परिचालन वाया पटना-पाटलिपुत्र-शाहपुर पटोरी-बरौनी-मुंगेर के रास्ते किया गया।
- हटिया से प्रस्थान करने वाली 18626 हटिया-पूर्णिया कोर्ट एक्सप्रेस का परिचालन पटना-पाटलिपुत्र-शाहपुर पटोरी-बरौनी-मानसी के रास्ते किया गया। आंशिक समापन व प्रारंभ कर चलाई जाने वाली ट्रेनें
- नई दिल्ली से प्रस्थान कर इसलामपुर पहुंचने वाली 20802 नई दिल्ली-इसलामपुर मगध एक्सप्रेस का आंशिक समापन पटना जंक्शन में किया गया।
- इसलामपुर से प्रस्थान करने वाली 18623 इसलामपुर-हटिया एक्सप्रेस इसलामपुर के बदले पटना जंक्शन से रांची के लिए प्रस्थान की।
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खाना लेकर इंतजार करती रही मां, टर्मिनल पर बैठा बेटा कहता रहा- बस, थोड़ी देर और..
जागरण संवाददाता, पटना : छात्रों के उग्र आंदोलन की वजह से सोमवार की शाम लंबी रूट की ट्रेनें जहां-तहां फंसी रही। ट्रेनों में सफर कर रहे यात्री तो परेशान थे ही, स्टेशनों पर भी लोगों में बेचैनी थी। कुछ ऐसा ही हाल फतुहा के दुल्लूचक निवासी आतिश राय का था।
आतिश कंकड़बाग के अशोक नगर में रहकर स्नातक की पढ़ाई करता है। उसे साउथ बिहार एक्सप्रेस से झासुगोड़ा (ओडिशा) जाना था। वहां उसकी बहन रहती है। आतिश कहता है, बहन ने बेटी को जन्म दिया है। मेरे पिताजी नहीं है। बड़ा बेटा होने के कारण पारिवारिक दायित्व का निर्वहन मुझे ही करना होता है, इसलिए मैं वहां जा रहा था। मैं रात आठ बजे राजेंद्र नगर टर्मिनल पहुंच गया था, क्योंकि 8:25 बजे साउथ बिहार एक्सप्रेस आती है। मां को कॉल कर कह दिया था कि तुम खाना और बहन-भांजी के लिए तोहफे लेकर फतुहा स्टेशन आ जाना। वो भी साढ़े आठ बजे पहुंच गई थी। ये सोच कर कि कहीं देर न हो जाए। टर्मिनल पर दो घंटे तक इंतजार करने के बाद मालूम हुआ कि साउथ बिहार रद कर दी गई है। तब मां को काल कर जानकारी दी। उसने भी खाना नहीं खाया था, इसलिए साढ़े 10 बजे लौट गई।
राजीव नगर की सुभद्रा चौधरी और पाटलिपुत्र के निर्भय सिंह भी ठिठुरती ठंड में ट्रेन के इंतजार में बैठे थे। उन्हें कैपिटल एक्सप्रेस से न्यू जलपाईगुड़ी जाना था। रात 10:19 बजे ट्रेन प्लेटफार्म नंबर एक पर आई, तब उन्होंने राहत की सांस ली। उनका कहना है कि हमें लग रहा था कि ये ट्रेन भी कैंसिल हो जाएगी।