बिहार में बाढ़: चंपारण से कोसी तक पानी से घिरे दर्जनों गांव, मधुबनी में एनएच 104 बंद
बिहार में बाढ़ का पानी चंपारण से कोसी तक से दर्जनों गांवों में घुस गया है। मधुबनी में पुल पर पानी बह रहा है तो कटाव के कारण एनएच 104 बंद कर दिया गया है।
पटना [जागरण टीम]। मानसून के साथ बिहार में बाढ़ का कहर आरंभ हो गया है। नेपाल के जल ग्रहण वाले इलाकों में भारी बारिश के कारण वहां से निकलने वाली नदियां ऊफना गईं हैं। इससे चंपारण से कोसी तक कई इलाकों में बाढ़ का पानी चढ़ गया है। बारिश के कारण अन्य क्षेत्रों में जल-जमाव कर भी हालत बन गई है। मधुबनी जिले के लदनियां प्रखंड में सड़क पर बना डायवर्सन टूट गया है तो सड़क के कटाव के कारण एनएच-104 को बंद करना पड़ा है।
मिली जानकारी के अनुसार पश्चिम चंपारण के दर्जनों गांव बाढ़ से घिर गये हैं। ओरिया पंडरी समेत सभी पहाड़ी नदियां लबालब हैं। गंडक का जलस्तर भी बढ़ा है। दो दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश के कारण भी परेशानी बढ़ी है। बाढ़ का पानी गांवों में भरने लगा है। जिले के गौनाहा, मैनाटांड व सिकटा के कई दर्जन गांवों में बाढ़ घुस गई है। बारिश के कारण जगह-जगह जलजमाव भी हो गया है।
मधुबनी जिले के लदनियां थाना क्षेत्र स्थित एनएच- 227 पर योगिया और पद्मा गांव के बीच बाढ़ का पानी आ गया है। डायवर्सन व पुल टूटने के कारण सड़क संपर्क भंग हो गया है। मालूम हो कि योगिया और पद्मा गांव के बीच धौरी नदी पर स्क्रू पाइलस पुल बना हुआ था, जिसके क्षतिग्रस्त होने के बाद तत्काल वाहन परिचालन को लेकर डायवर्सन बनाया गया था। धौरी नदी के पानी से डायवर्सन बह गया। लदनिया में सड़क कटाव के बाद एनएच-104 को भी बंद कर दिया गया है।