बिहार में 14 करोड़ का शौचालय घोटाला, मास्टर माइंड तेलंगाना से हुआ गिरफ्तार
एसआइटी को बड़ी कामयाबी मिली है। बिहार में हुए शौचालय घोटाले का मास्टर माइंड बटेश्वर प्रसाद तेलंगाना से गिरफ्तार कर लिया गया है।
पटना [जेएनएन]। दस हजार शौचालयों के निर्माण के नाम पर 15 करोड़ रुपये घोटाले के मास्टरमाइंड रोकड़पाल बिटेश्वर प्रसाद को एसआइटी ने बुधवार की देर रात तेलंगाना के बालानगर जोन के जगदगिरी गुट्टा थाना क्षेत्र की रिंग बस्ती से गिरफ्तार कर लिया। वह अपने साले के साले के यहां छिपा था।
अक्टूबर से फरार चल रहा बिटेश्वर कुछ दिनों तक ओडिशा में किराये के मकान में भी रहा। वहां छापेमारी के दौरान एसआइटी को तेलंगाना का क्लू मिला। एसआइटी उसे लेकर पटना आ रही है। एसएसपी मनु महाराज ने गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए कहा कि प्रारंभिक पूछताछ में घोटाले में उसने अपनी संलिप्ता स्वीकार की है।
प्रारंभिक पूछताछ में बिटेश्वर ने एसआइटी को बताया कि वह करीब ढाई साल पहले एक शादी में बख्तियारपुर गया था। जहां उसकी मुलाकात मां सर्वेश्वरी संस्थान की अध्यक्ष बॉबी कुमारी और उसके पति प्रवीण कुमार से हुई। तब बिटेश्वर ने बॉबी और प्रवीण को कम समय में अधिक पैसा कमाने का सुझाव दिया था। उसी ने बॉबी और प्रवीण को एनजीओ का रजिस्टेशन कराने को कहा था।
साथ ही आधा दर्जन अन्य एनजीओ को जोडऩे को कहा था। बिटेश्वर ने पूछताछ में बताया कि वह उसने पूरी प्लानिंग के साथ घोटाले की योजना बनाई थी। इसमें तत्कालीन कार्यपालक विनय कुमार सिन्हा की भूमिका भी अहम रही। जो, पैसा कैसे और कब ट्रांसफर करना है यह तय करते थे।
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एसआइटी ने गिरफ्तारी के वक्त उसके पास से मिले मोबाइल, बैग में मिले दस्तावेज सहित कुछ बैंक के चेकबुक को जब्त कर लिया। बिटेश्वर से एसआइटी लगातार चार घंटे तक पूछताछ की। पूछताछ के दौरान उसने घोटाले में अपनी भूमिका स्वीकार की, लेकिन विनय कुमार सिन्हा का नाम आते ही वह बीपी बढऩे का नाटक करने लगा। एसआइटी ने उससे 15 से अधिक सवाल किया। हर सवाल पर उसने पानी मांगा। विदित हो कि घोटाले में आरोपित चारों संस्थान से बिटेश्वर ने अकेले डेढ़ करोड़ रुपया लिया था।
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