घरों में हुई पूजा, परिवारवालों के साथ खेली सिंदूर की होली
सफेद साड़ी पर लाल बॉर्डर हाथ में लाल चूड़ी और चेहरे पर मुस्कान के साथ महिलाओं ने घर और सोसाइटी में सिंदूर की होली खेल रही थी शादी-शुदा महिलाएं एक-दूसरे को सिंदूर लगाकर अखंड सौभाग्य की कामना कर रही थीं।
पटना। सफेद साड़ी पर लाल बॉर्डर, हाथ में लाल चूड़ी और चेहरे पर मुस्कान के साथ महिलाओं ने घर और सोसाइटी में सिंदूर की होली खेल रही थी, शादी-शुदा महिलाएं एक-दूसरे को सिंदूर लगाकर अखंड सौभाग्य की कामना कर रही थीं। कुछ ऐसा ही माहौल विजयदशमी के दिन राजधानी के अलग-अलग इलाकों में देखने को मिला। खुशी व गम के बीच सोमवार को माता दुर्गा की विदाई की गई। महिलाओं ने घर में और सोसाइटी में खेली होली : कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस बार दुर्गा पूजा में वैसी धूम नहीं दिखी, लेकिन पर्व और उसका उत्साह कम न हो, इसके लिए राजधानी के लोगों ने घर में ही सिंदूर की होली और पूजा-अर्चना का उपाय निकाला। भिखना पहाड़ी में बंगाली समुदाय के लोगों ने अपनी सोसाइटी में ही सिंदूर खेला का आयोजन किया। मौके पर मौजूद रहीं मीनाक्षी ने बताया, सिंदूर खेला दुर्गा पूजा में सबसे सौभाग्य की बात है, इसलिए परिवार के लोग और कुछ सोसाइटी के लोगों के साथ मिलकर ही इसका आयोजन किया और जमकर मस्ती की। नाच-गाने के साथ मां दुर्गा की हुई विदाई : बो¨रग रोड से लेकर डाकबंगला चौराहे तक अलग-अलग जगहों पर कलश रख पूजा-अर्चना की गई थी। विजयदशमी के दौरान लोगों ने नाच-गाने के साथ माता की विदाई की व महिलाएं माता पर चढ़ाए गए सिंदूर को एक-दूसरे को लगा कर बधाई देतीं दिख रही थीं। बो¨रग रोड की प्रतिमा के अनुसार घर में ही कलश रख माता की आराधना कर रहे थे। वह हर साल मूर्ति और पंडाल में जाकर माता के दर्शन कर सिंदूर घर लाती थीं, लेकिन इस बार कोरोना के कारण घर में ही पूजा की और परिवार वालों के साथ नाच-गाने के साथ माता की विदाई की।