गांधी सेतु को वन-वे करने का साइड इफेक्ट, सिरे से चरमराई पटना सिटी की ट्रैफिक व्यवस्था
Traffic condition in Patna महात्मा गांधी सेतु पर यातायात व्यवस्था वन-वे किए जाने का खामियाजा पूरे शहर को भुगतना पड़ रहा है। सेतु की एक लेन को तोड़कर दोबारा बनाया जाना है। इधर नई व्यवस्था में पटना सिटी का पूरा ट्रैफिक सिस्टम ही ध्वस्त हो गया है।
पटना, जेएनएन। महात्मा गांधी सेतु पर मंगलवार की सुबह से ही भीषण जाम लगा है। इस जाम में छोटी-बड़ी हजारों गाड़ियां फंसी हैं। सेतु के नवनिर्मित पश्चिमी लेन से हाजीपुर और पटना के बीच वाहनों की आवाजाही होने के कारण समस्या गहराई है। वाहनों की कतार हाजीपुर से लेकर पटना के एनएच तक लगी है। इसी लेन पर पाया संख्या 28 के समीप सुबह में एक वाहन के खराब हो जाने से जाम और भी गहरा गया। दोनों ओर से लगी वाहनों की कतार के बीच कई एंबुलेंस फंसी रही। एंबुलेंस को इस जाम से निकाल पाने का कोई उपाय नहीं होने के कारण मरीज की हालत बिगड़ती रही। वाहनों की कतार में सर्वाधिक ट्रक होने के कारण परेशानी बढ़ी रही। दोपहर बाद सेतु पर वाहनों को गति मिलने से वाहन चालकों एवं यात्रियों को राहत मिली।
50 से अधिक पुलिसवाले भी नहीं संभाल पा रहे हालात
हाजीपुर स्थित पाया संख्या एक के समीप तथा पटना स्थित सेतु पर पाया संख्या 46 के समीप वाहनों का प्रवेश पश्चिमी लेन पर बारी-बारी से रोककर परिचालन सामान्य करने का प्रयास तैनात पुलिसकर्मी करते देखे गए। सेतु पर मौजूद यातायात डीएसपी मोहम्मद अली अंसारी ने बताया कि वाहनों को नियंत्रित करने के लिए गांधी सेतु पर तीनों पाली में 50 से अधिक यातायात पुलिसकर्मी तैनात हैं। ट्रकों की संख्या अधिक होने के कारण तथा छठ को लेकर वाहनों की संख्या में हुई बढ़ोतरी से पश्चिमी लेन पर दबाव बना हुआ है।
वाहन खराब होते ही फूलने लगते हैं हाथ-पैर
गांधी सेतु के पश्चिमी लेन पर वाहनों के खराब होकर रुकने का सिलसिला जारी है। हाजीपुर स्थित गंगा थाना तथा पटना के जीरोमाइल स्थित यातायात थाना पुलिस को वाहन के खराब होने की सूचना मिलते ही हाथ पैर फूलने लगते हैं। इनका कहना है कि लगभग पांच किलोमीटर लंबे इस लेन पर खराब होने वाले वाहन को क्रेन से निकालने की व्यवस्था नहीं है। किसी तरह से जुगाड़ कर वाहन को निकालना संभव हो पाता है। इसी बीच जाम गंभीर हो जाता है। हाजीपुर और पटना के क्षेत्र में क्रेन की तैनाती तो है लेकिन इसे खराब हुए वाहन तक ले जा पाना संभव नहीं। इस लेन पर दोनों ओर से वाहनों की कतार लगी होती है।
सेतु जाम से एनएच पर परिचालन प्रभावित
गांधी सेतु पर लग रहे जाम का असर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 30 पर पड़ने लगा है। फतुहा और पटना की ओर से आने वाले वाहनों का प्रवेश एवं निकास गांधी सेतु पर मुश्किल होता जा रहा है। एनएच पर सड़क किनारे वाहनों का अवैध पड़ाव होने होने के कारण जाम की स्थिति गंभीर हो रही है। लोग घंटों इस जाम में फंस कर परेशान हो रहे हैं।
मरम्मत के लिए बंद की गई है पुल की एक लेन
गांधी सेतु की एक लेन को तोड़कर दोबारा बनाया जाना है। इसमें कम से कम एक साल का वक्त लगेगा। दूसरी लेन को कुछ महीने पहले ही दोबारा बनाकर तैयार किया गया है। पुल के नवनिर्मित लेन से पटना व हाजीपुर के बीच बड़े वाहनों की आवाजाही हो रही है।
अशोक राजपथ तक लग रही वाहनों की कतार
नई व्यवस्था में छोटे वाहनों को भद्र घाट स्थित पीपा पुल से गुजरना है। पीपा पुल पर वाहनों का प्रवेश गाय घाट की बजाय भद्र घाट से हो रहा है। इसकी वजह से अशोक राजपथ पर जाम लग रहा है।
फिलहाल नहीं दिख रहा समस्या का कोई इलाज, हर रोज होगी मुश्किल
यातायात पुलिस के मुताबिक पूर्वी लेन का निर्माण पूरा होने तक स्थिति में सुधार की उम्मीद नहीं है। जाम की समस्या अब हर दिन इसी तरह रहेगी। फिलहाल हाजीपुर की ओर से आने वाली गाडि़यों को पिलर नंबर 46 के पास पूर्वी लेन की ओर निकाला जा रहा है।
पिलर संख्या एक से पूर्वी लेन को काटने की होगी शुरुआत
गुलजारबाग सेतु डिवीजन के कार्यपालक अभियंता वीरेंद्र कुमार के मुताबिक पुल की पूर्वी लेन को तोड़ने का काम हाजीपुर की ओर से पिलर नंबर एक से शुरू किया जाएगा। इसे तोड़कर फिर से बनाने में करीब डेढ़ साल का वक्त लगेगा।