तेजस्वी ने जनता को पहले ही किया था आगाह, नीतीश कुमार ने भी कहा था कि ऐसा ही होगाः शिवानंद
राजद नेता शिवानंद तिवारी ने कहा है कि नीतीश कुमार भाजपा गठबंधन से अलग होकर राजद के साथ महागठबंधन में शामिल हुए तो सीबीआइ की नींद खुल गई। शिवानंद ने कहा कि ऐसी संभावनाओं पर तेजस्वी ने पहले ही जनता को आगाह किया था।
राज्य ब्यूरो, पटनाः राजद के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने रविवार को कहा कि सीबीआइ की नींद अचानक खुल गई है। दिल्ली की विशेष अदालत में सीबीआइ ने उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की जमानत को खारिज किए जाने की अर्जी दी है। दिल्ली की विशेष अदालत ने लालू प्रसाद के अलावा राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव को आइआरसीटीसी मामले में 2018 में ही जमानत दे दी थी। इतने दिनों से सीबीआइ सोई हुई थी। नींद तब खुली जब नीतीश कुमार भाजपा गठबंधन से अलग होकर राजद के साथ महागठबंधन में शामिल हुए हैं। शिवानंद ने कहा कि ऐसी संभावनाओं पर तेजस्वी ने पहले ही जनता को आगाह किया था। साथ ही नीतीश ने भी कहा था कि जनता ही सब देखेगी।
बिहार के बदलाव से उड़ी भाजपा की नींद
शिवानंद ने कहा कि बिहार में राजनीतिक बदलाव ने भाजपा की नींद उड़ा दी है। तेजस्वी यादव ने अब तक सीबीआइ की जांच को प्रभावित नहीं किया। अब अचानक वह सीबीआई की जांच को प्रभावित करने लगे हैं। सवाल यह भी है कि सीबीआइ ने इतने दिनों तक इस मामले की जांच को लटकाकर क्यों रखा? चार वर्ष तो तेजस्वी यादव को जमानत लिए हो गए। केस तो और पहले दर्ज हुआ था। देश की काबिल, सक्षम और कुशल जांच एजेंसी सीबीआइ को ऐसे मामलों की जांच में कितना समय लगना चाहिए।
जानबूझकर ऐसे मामलों को लटकाकर रखा जा रहा
शिवानंद ने कहा कि सीबीआइ के आचरण से यह प्रमाणित होता है कि दिल्ली की नरेन्द्र मोदी सरकार राजनैतिक ब्लैकमेलिंग के लिए जानबूझकर ऐसे मामलों को लटकाकर रखती है। उन्होंने ने कहा कि ऐसा होगा, यह हमलोग मानकर चल रहे थे। प्रदेश और देश की जनता को तेजस्वी यादव ने इस तरह की संभावना से आगाह भी कर दिया था। नीतीश कुमार ने भी कहा था कि ऐसा होगा तो जनता देखेगी।