RJD के शिवानंद ने PM मोदी सरकार को कहा 'नालायक', बोले- BJP चाहती देश तोड़ना
राजद नेता शिवानंद तिवारी ने राम मंदिर मुद्दे पर केंद्र की पीएम मोदी सरकार व भाजपा की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने क्या कहा, जानिए इस खबर में।
पटना [जेएनएन]। अयोध्या में राम मंदिर को लेकर बिहार में भी सियासत गर्म है। वरीय राजद नेता शिवानंद तिवारी ने इस मुद्दे पर केंद्र सरकार को नालायक तक कह डाला है। उन्होंने कहा है कि भाजपा राम का नाम लेकर देश को तोड़ना चाहती है। हमें अपने संविधान और देश को बचाना है।
राम मंदिर तो आड़ है, असल मकसद सरकार है
शिवानंद तिवारी ने कहा कि राम मंदिर तो आड़ है, असल मकसद फिर सरकार बनाना है। आज़ादी के बाद ऐसी नाकामयाब और नालायक सरकार देश में कभी नहीं बनी। समाज में अमन-चैन और मिल्लत क़ायम रखना किसी भी सरकार का पहला दायित्व है, लेकिन इस सरकार के लोग तो नफरत की भाषा बोलते हैं। वे समाज में ज़हर का वमन कर और तनाव फैला कर देश को कमजोर करने में लगे हैं।
बहुत पुराना है यह विवाद
शिवानंद तिवारी ने कहा कि यह विवाद पुराना है। संपूर्ण अयोध्या में राम के नाम से मंदिरों की भरमार है। जहां मंदिर बनाने का अभियान चलाया जा रहा है, वहां एक मस्जिद थी। माना जाता है कि ठीक उसी स्थान पर राम जी की जन्म हुआ था। पूर्व में वहां एक मंदिर था, जिसे बाबर के सेनापति मीर बाकी ने तोड़ कर उसी स्थान पर मस्जिद का निर्माण करा दिया। इस सवाल पर विशेषज्ञ भी बंटे हुए हैं। कुछ का कहना है कि मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाई गई तो कुछ का मानना है कि नहीं यहां मंदिर नहीं था।
अब न्यायालय पर भी बना रहे दबाव
शिवानंद ने कहा कि इस तरह के विवाद के निपटारे का पुराना रास्ता पंचायत का है। अगर पंचायत से मामले का समाधान नही निकलता है तो दूसरा रास्ता न्यायालय का है। पंचायत से इस मामले का हल नहीं निकल पाया। इस बीच मामला उच्चत्तम न्यायालय में पहुंच चुका है। वहां यह मामला लंबित है। अब केंद्र सरकार उच्चत्तम न्यायालय पर जल्द फैसला देने के लिए दबाव बना रही है। इतना ही नहीं, फैसला भी मन मुताबिक नहीं हुआ तो नहीं मानेंगे।
भाजपाइयों को संविधान में यकीन नहीं
शिवानंद ने कहा कि किसी भी तरह के विवाद में उच्चत्तम न्यायालय का निर्णय अंतिम होता है। हमारे संविधान की यही व्यवस्था है। भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि उसके नेताओं का आचरण बता रहा है कि उनका यकीन संविधान में नहीं है। यह चिंताजनक है। विशेष रूप से पिछड़ो, दलितों, आदिवासियों अकलियतों, महिलाओं और स्वतंत्र विचार रखने वाले तमाम लोगों के लिए यह और भी ज्यादा चिंताजनक है, क्योंकि उन्हें जो भी थोड़ा बहुत हासिल हुआ है, वह संविधान की ही बदौलत ही मिला है।
असल मुद्दों से भटकाने के लिए ले रहे राम का नाम
केंद्र सरकार पर सीधे हमलावर होते हुए शिवानंद ने कहा कि नरेंद्र मोदी की सरकार ने अब राम मंदिर की चर्चा शुरू की है। अब पांच वर्ष बीतने वाले हैं, मोदी ने प्रधानमंत्री बनने के पहले देश की जनता से जो ढेर सारे वादे किए थे, उन्हें पूरा नहीं किया तो ध्यान बंटाने के लिए राम का नाम ले रहे हैं।
पराजय की आशंका से परेशान है भाजपा
शिवानंद ने कहा कि इधर जितने भी उपचुनाव हुए हैं, अधिकांश में भाजपा हारी है। यहां तक कि उनके स्टार प्रचारक और ताकतवर मुख्यमंत्री योगी जी भी अपनी सीट नहीं बचा पाए। गोरखपुर के उपचुनाव में भी हार मिली। इससे लगता है कि लोग मोदी सरकार को बदलना चाहते हैं। भाजपा और उसके समर्थक पराजय की आशंका से सशंकित हैं, इसलिए राम मंदिर का शोर मचा रहे हैं। वे चाहते हैं कि लोग राम के नाम पर रोजी-रोटी और रोज़गार के सवाल भूल जाएं। लोग सरकार के पिछले चुनावी वादे भूल जाएं।
राम ने देश को जोड़ा था, ये चाहते तोड़ना
शिवानंद ने कहा कि भाजपा के लोग राम का नाम लेकर देश को ठगते आए हैं। राम ने तो देश को जोड़ा था, ये उनका नाम लेकर देश को तोड़ना चाहते हैं। इससे सावधान रहने की जरूरत है।