राफेल सौदा: लालू का मोदी पर फिर हमला, कहा- लड़ाकू जहाजवा ही चुरा कर खाने लगे
राफेल रक्षा सौदे को लेकर गरमाई राजनीति में लालू भी कूद पड़े हैं। उन्होंने बीते दिनों ट्वीट कर प्रधानमंत्री पर हमला किया था। आज भी उन्होंने ठसक देसी अंदाज में तंज कसा है।
पटना [जेएनएन]। 'राफेल रक्षा सौदे' को लेकर सियासत थमने का नाम नहीं ले रही। सौदे को लेकर विपक्ष केंद्र सरकार पर हमलावर है। बिहार में लालू प्रसाद यादव ने भी लगातार ट्वीट कर तंज कसे हैं। अपने ताजा ट्वीट में उन्होंने ठसक देसी अंदाज में तंज कसा है, 'जहाजवा ही चुरा कर खाने लग गए वो भी लड़ाकू....ऊ भी मिसाइल से लैस गजबे बा...।' हाल में भी उन्होंने सीधे प्रधानमंत्री को कटघरे में खड़ा करते हुए पूछा था कि अगर प्रधानमंत्री गुनाहगार व भागीदार नहीं हैं और ईमानदार चौकीदार हैं तो सच बताने में डर काहे का?
विदित हो कि एक फ्रांसीसी प्रकाशक ने कथित तौर पर पूर्व फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के हवाले से सनसनीखेज खुलासा किया है कि अरबों डॉलर के राफेल रक्षा विमान सौदे में भारत सरकार ने एक निजी कंपनी को साझीदार बनाने का प्रस्ताव दिया था। इसपर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सीधे प्रधानमंत्री पर हमला किया।
सोमवार को भी उन्होंने कहा कि पूर्व फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के बयान पर प्रधानमंत्री से स्पष्टीकरण की मांग की।
लालू ने किया ये तंज
राफेल सौदे को लेकर लालू प्रसाद यादव के हवाले से उनके कार्यालय ने ट्वीट किया। ठसक देसी अंदाज में किए गए इस ट्वीट में लालू ने कहा, 'जहाजवा ही चुरा कर खाने लग गए वो भी लड़ाकू....ऊ भी मिसाइल से लैस गजबे बा...' (जहाज ही चुराकर खाने लग गए, वो भी लड़ाकू ऑर मिसाइल से लैस। गजब बात है।)
पहले भी कही थी ये बात
लालू प्रसाद यादव ने इसके पहले भी इस मुद्दे पर सवाल खड़े किए। बीते दिनों भी लालू प्रसाद यादव के हवाले से उनके कार्यालय ने तंज करते ट्वीट किए। उनके एक ट्वीट में लिखा है, 'मित्रों, राफ़ेल सौदे के घालमेल और तालमेल की सही जानकारी 125 करोड़ देशवासियों को मिलनी चाहिए कि नहीं? मिलनी चाहिए की नहीं?' एक अन्य ट्वीट में लिखा है, 'अगर पूंजीपति मिलनसार प्रधानमंत्री गुनाहगार व भागीदार नहीं हैं और ईमानदार चौकीदार हैं तो सच बताने में डर काहे का?'
राहुल के इस बयान से गरमाई राजनीति
विदित हो कि ओलांद का बयान आने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा था कि यह सेना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सर्जिकल स्ट्राइक है। उन्होंने लिखा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अनिल अंबानी ने मिलकर सेना पर 1.30 लाख करोड़ रुपये का सर्जिकल स्ट्राइक किया। एक अन्य ट्वीट में राहुल ने लिखा कि प्रधानमंत्री ने राफेल सौदे पर खुद बातचीत की। प्रधानमंत्री ने भारत के साथ विश्वासघात तथा सैनिकों के खून का अपमान किया है।
राहुल गांधी ने सोमवार को भी कहा कि नरेंद्र मोदी ने 'एचएएल' का ठेका छीनकर अनिल अंबानी को दे दिया, जिन्होंने जिंदगी में वायुयान नहीं बनाया। हमारे जवान अपनी जिंदगी देेते हैं। मोदी ने उनकी जेब से पैसा चोरी कर अनिल अंबानी की जेब में डाल दिया।
राहुल के लगातार हमले पर भाजपा ने भी राहुल को निशाने पर लिया है। देश भर में राजनीति गरमा गई। पटना में रविवार को केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने राहुल के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। दूसरी ओर भाजपा नेता व पटना साहिब लोकसभा सीट से सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने पार्टी लाइन से हटकर प्रधानमंत्री को ही कटघरे में खड़ा कर दिया। उन्होंने ट्वीट किया कि कि ये पब्लिक है, सब जानती है। शत्रुघ्न सिन्हा ने अपने ट्वीट में लिखा कि प्रधानमंत्री मोदी को इस पूरे मुद्दे पर सामने आकर स्पष्टीकरण देना चाहिए। एक अन्य ट्वीट में उन्होंने सीधे प्रधानमंत्री को संबोधित करते हुए उन्हें सच बोलने की नसीहत दे डाली।
फ्रांस सरकार व फ्रांसीसी कंपनी ने दी ये सफाई
ओलांद के बयान के बाद फ्रांसीसी सरकार ने भी सफाई दी। फ्रांसीसी सरकार ने कहा है कि राफेल सौदे में भारतीय कंपनी के चयन में उसका रोल नहीं। फ्रांसीसी कंपनियों को कॉन्ट्रैक्ट के लिए भारत की किसी भी फर्म को चुनने की आजादी थी। राफेल सौदे में शामिल फ्रांसीसी कंपनी ने भी कहा कि भारतीय कंपनी को उन्होंने ही चुना था।