सात वाच टावर से होगी इस मंदिर परिसर की सुरक्षा, आतंकियों ने किया था हमला
महाबोधि मंदिर की सुरक्षा के लिए उसके चारों तरफ कुल सात वाच टावर का निर्माण किया जाएगा। जिससे मंदिर परिसर के चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जाएगी।
पटना [राज्य ब्यूरो]। बोधगया स्थित विश्वप्रसिद्ध महाबोधि मंदिर की किलेबंदी का काम जल्द ही शुरू होगा। महाबोधि मंदिर की सुरक्षा के लिए उसके चारों तरफ कुल सात वाच टावर का निर्माण किया जाएगा। जिससे मंदिर परिसर के चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जाएगी। गृह विभाग ने वाच टावर के निर्माण के लिए बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम को धनराशि उपलब्ध करा दी है।
गृह विभाग के सूत्रों ने बताया कि महाबोधि मंदिर की सुरक्षा को लेकर विगत मई माह में केंद्रीय गृह मंत्रालय में एक उच्चस्तरीय बैठक का आयोजन किया गया था। बैठक में गृह मंत्रालय व बिहार सरकार के अधिकारियों के साथ केंद्रीय सुरक्षा बलों के अधिकारी भी उपस्थित थे।
बैठक के दौरान पूरी मंदिर परिसर के साथ-साथ बोधगया का सुरक्षा ऑडिट कराने का फैसला लिया गया था। इसके बाद सीआइएसएफ के विशेषज्ञों की एक टीम ने पिछले दिनों महाबोधि मंदिर परिसर की सुरक्षा ऑडिट की थी। इस सुरक्षा ऑडिट के बाद महाबोधि मंदिर परिसर में कुल सात वाच टावर के निर्माण की अनुशंसा की गई थी।
साथ ही पूरे मंदिर परिसर की सुरक्षा के लिए डेढ़ सौ से लेकर दो सौ केंद्रीय सुरक्षा बलों के जवानों व अधिकारियों की तैनाती की भी अनुशंसा की गई थी। बिहार सरकार ने सीआइएसएफ के सुरक्षा विशेषज्ञों की अनुशंसा पर मंदिर परिसर में कुल सात वाच टावर के निर्माण के लिए 74 लाख, 30 हजार रुपये बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम को उपलब्ध करा दिए हैं। इसके अलावा मंदिर परिसर की सुरक्षा में तैनात जवानों व अधिकारियों के लिए मंदिर परिसर के समीप ही बैरक का निर्माण भी किया जाएगा।
बता दें कि वर्ष 2013 के जुलाई में प्रतिबंधित आतंकी संगठन 'सिमी' के आतंकियों ने बोधगया मंदिर परिसर में एक के बाद एक कुल सात सीरियल बम धमाके किए थे। हालांकि इन धमाकों में किसी की जान तो नहीं गई थी, लेकिन आधा दर्जन बौद्ध भिक्षु घायल हो गए थे। उसके बाद से ही बिहार सरकार ने बोधगया मंदिर की सुरक्षा को लेकर कई बड़े फैसले किए हैं।