बिहार में सात आइपीएस का तबादला, एमआर नायक बने पटना के पहले ट्रैफिक आइजी
बिहार के सात आइपीएस अधिकारियों का तबादला किया गया है। गृह विभाग ने मंगलवार को इसकी अधिसूचना जारी कर दी। पटना के रेल आइजी एमआर नायक को सैन्य पुलिस पटना के आइजी की नई जवाबदेही दी गई है। इसके अलावा वह ट्रैफिक आइजी पटना के अतिरिक्त प्रभार में रहेंगे।
राज्य ब्यूरो, पटना : बिहार के सात आइपीएस अधिकारियों का मंगलवार को तबादला किया गया है। गृह विभाग ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी। पटना के रेल आइजी एमआर नायक को सैन्य पुलिस, पटना के आइजी की नई जवाबदेही दी गई है। इसके अलावा वह ट्रैफिक आइजी, पटना के अतिरिक्त प्रभार में रहेंगे। महिला आइपीएस केएस अनुपम को आइजी आधुनिकीकरण की जवाबदेही दी गई है। केएस अनुपम फिलहाल मातृत्व अवकाश पर हैं। आइपीएस रवि रंजन कुमार को बीएमपी 12, सहरसा के समादेष्टा पद के अलावा बीएमपी 15 बाल्मीकि नगर का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।
बिहार सैन्य पुलिस 15 बाल्मीकि नगर के समादेष्टा संजय कुमार सिंह को अब मद्य निषेध विभाग, पटना का पुलिस अधीक्षक बनाया गया है। अब तक पटना में मद्य निषेध विभाग के पुलिस अधीक्षक रहे राकेश कुमार सिन्हा को विशेष शाखा भेज दिया गया है। मुजफ्फरपुर के क्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय में पुलिस अधीक्षक रहे पंकज कुमार अब आर्थिक अपराध इकाई में पुलिस अधीक्षक होंगे। पटना के अपर पुलिस अधीक्षक चंद्रशेखर प्रसाद विद्यार्थी को राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में संयुक्त सचिव के पद पर तैनात किया गया है।
पहली बार पटना आइजी ट्रैफिक के पद पर की गई पोस्टिंग
पटना में ट्रैफिक आइजी (महानिरीक्षक) का पद हाल में सृजित किया गया और पहली बार इस पद पर अधिकारी की तैनाती की गई है। हालांकि, अब तक किसी अधिकारी को इस पद का एकल प्रभार नहीं मिला। इनके लिए पटना ट्रैफिक भवन में नया चैंबर भी बनाया जा रहा है। फिलहाल, इस कुर्सी पर रेल आइजी एमआर नायक बैठेंगे। उन्हें पटना ट्रैफिक आइजी का अतिरिक्त प्रभार मिला है।
संजय सिंह फिर बुलाए गए मेन एक्सट्रीम में
2012 बैच के प्रोन्नत आइपीएस अधिकारी संजय सिंह को एक बार फिर मेन एक्सट्रीम में लाया गया है। एसटीएफ में डीएसपी रहने के दौरान संजय सिंह एनकाउंटर स्पेशियलिस्ट माने जाते थे। उनका सूचना तंत्र भी काफी मजबूत है। आइपीएस में प्रोन्नति मिलने के बाद उन्हें पटना ग्रामीण एसपी की कमान सौंपी गई थी, लेकिन कुछ महीने बाद ही राजनीतिक विवाद में फंसने के कारण संजय सिंह को पनिशमेंट पोस्टिंग वाले स्थानों पर भेज दिया गया। अब उन्हें राज्य सरकार ने पुलिस मद्य निषेध इकाई का एसपी बनाया गया है, ताकि वे अपने मुखबिरों की मदद से शराब के अवैध नेटवर्क को ध्वस्त कर सकें।