सदर अस्पताल में तीसरे दिन भी सेवा प्रभावित, डर से नहीं पहुंच रहे मरीज
श्री गुरु गोविद सिंह सदर अस्पताल में तीसरे दिन भी चिकित्सा सेवा प्रभावित रही।
पटना सिटी : श्री गुरु गोविद सिंह सदर अस्पताल में तीसरे दिन भी चिकित्सा सेवा प्रभावित रही। कार्यकारी अधीक्षक समेत यहां के तीन डॉक्टरों एवं कई कर्मियों के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद अस्पताल पहुंचने में मरीजों को डर लगने लगा है। गुरुवार को यहां इमरजेंसी, ओटी, ओपीडी में डॉक्टर मौजूद रहे लेकिन मरीज न के बराबर आए। केवल आठ-दस मरीज ही ओपीडी पहुंचे। प्रभार संभाल रहे डॉ. आरआर चौधरी ने बताया कि यहां के तीन डॉक्टर आइसोलेशन सेंटर में हैं। तीन डॉक्टरों की प्रतिनियुक्ति कंगन घाट स्थित आइसोलेशन वार्ड में की गई है। पीएमसीएच, आइडीएच, राज्य स्वास्थ्य समिति, टीबीडीसी, कोर्ट आदि में यहां के एक-एक डॉक्टर प्रतिनियुक्त हैं। एक दंत रोग तथा एक आयुष चिकित्सक हैं। उपलब्ध लगभग 20 डॉक्टरों में से शेष बचे डॉक्टरों के बूते ही अस्पताल चल रहा है।
इधर, श्री गुरु गोविद सिंह अस्पताल सुधार समिति के बलराम चौधरी, रजनीश कुमार राय के नेतृत्व में नागरिकों ने बुधवार को अस्पताल गेट पर विरोध-प्रदर्शन किया। इन लोगों ने अस्पताल के प्रतिनियुक्त डॉक्टरों को लौटाने, अल्ट्रासाउंड मशीन उपलब्ध कराने, कोरोना जांच का सैंपल कलेक्शन पहले की तरह कराने, स्थायी अधीक्षक तैनात करने आदि की मांग स्वास्थ्य मंत्री से की। प्लेटफॉर्म छह व सात पर नहीं जा सकेंगे यात्री व रेलकर्मी: पटना जंक्शन के प्लेटफॉर्म संख्या छह व सात पर बनाए जा रहे कोविड-19 हॉस्पिटल के पास यात्री व रेलकर्मियों के भटकने तक की अनुमति नहीं है। इस कोविड केयर यूनिट की इंट्री करबिगहिया के दूसरे प्रवेश द्वार से रखी गई है। केवल मरीज व डॉक्टरों के साथ पारा मेडिकलकर्मी ही प्रवेश कर सकते हैं। जंक्शन के दो ही फुट ओवरब्रिज से प्लेटफार्म संख्या दस तक जाने की अनुमति दी गई है। स्टेशन निदेशक डॉ. नीलेश कुमार ने बताया कि करबिगिहया परिसर की ओर बुकिग परिसर के भू-तल पर कंट्रोल रूम बनाया जा रहा है। इसके ऊपर आरपीएफ कंट्रोल रूम बनाएगा। सुबह में रांची व हावड़ा जनशताब्दी के समय दो घंटे तक करबिगिहया के मुख्य प्रवेश द्वार से यात्रियों के आने-जाने की अनुमति रहेगी।