डरे-सहमे सीनियर डॉक्टरों ने ओपीडी में किया मरीजों का इलाज
जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल के कारण एनएमसीएच में सीनियर डॉक्टरों ने संभाला मोर्चा
पटनासिटी । हड़ताली पीजी छात्रों के खौफ से सीनियर डॉक्टर डरे-सहमे नजर आए। इनका कहना था कि अपना मान-सम्मान बचाते हुए नौकरी करनी है। अस्पताल प्रशासन द्वारा ओपीडी चलाने का आदेश दिया जा रहा है, लेकिन सुरक्षा एवं माहौल विपरीत है। मेडिसिन विभाग, हड्डी रोग विभाग, कान-नाक-गला विभाग, सर्जरी विभाग, शिशु रोग विभाग, स्त्री एवं प्रसूति विभाग, नेत्र रोग विभाग व अन्य में रजिस्ट्रेशन कराए मरीज पहुंचे। डॉक्टरों ने मरीजों को देखा। हड़ताली डॉक्टरों ने पहुंच कर ओपीडी बंद करा दिया। सीनियर डॉक्टरों से कहा कि हड़ताल में हमारा सहयोग करें। इसी बीच अचानक बिजली गुल कर दिए जाने से मरीज व डॉक्टर परेशान हो गए। हड़ताली डॉक्टरों के जाने के कुछ देर बाद एक फिर सीनियर डॉक्टरों ने ओपीडी शुरू किया। हड्डी रोग विभाग, कान-नाक-गला विभाग, गायनी आदि में डॉक्टरों ने मरीजों का इलाज किया।
रजिस्ट्रेशन शुल्क लौटाने को लेकर हंगामा
एनएमसीएच के सेंट्रल रजिस्ट्रेशन काउंटर निर्धारित समय पर खुला। सुबह दस बजे तक रजिस्ट्रेशन हुआ। इसके बाद हड़ताली डॉक्टरों ने काउंटर बंद करा दिया। रजिस्ट्रेशन कराकर मरीज जब ओपीडी पहुंचे तब वहां ओपीडी बंद हो चुका था। इससे आक्रोशित मरीजों एवं परिजनों ने रजिस्ट्रेशन काउंटर पहुंच कर रजिस्ट्रेशन शुल्क वापस करने की मांग करते हुए हंगामा किया। इनका कहना था कि जब अस्पताल में हड़ताल है। ओपीडी नहीं चल रहा है तब काउंटर क्यों खोल कर रजिस्ट्रेशन किया गया। शुल्क वापस करने में तकनीकी समस्या बता कर कर्मियों ने लोगों को समझाया और उनका गुस्सा शांत किया।
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