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बिहार में सत्‍ता का सेमीफाइनल- विधानसभा के पहले विधान परिषद चुनाव की तैयारी

बिहार में विधानसभा चुनाव भले ही साल के अंत में हो इसके पहले एक और चुनाव की सरगर्मी तेज हो रही है। विधान परिषद का यह चुनाव विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल माना जा रहा है।

By Amit AlokEdited By: Published: Mon, 06 Jan 2020 05:07 PM (IST)Updated: Mon, 06 Jan 2020 08:27 PM (IST)
बिहार में सत्‍ता का सेमीफाइनल- विधानसभा के पहले विधान परिषद चुनाव की तैयारी
बिहार में सत्‍ता का सेमीफाइनल- विधानसभा के पहले विधान परिषद चुनाव की तैयारी

पटना [अरविंद शर्मा]। नवंबर-दिसंबर में बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी से पहले अप्रैल में सत्ता के सेमीफाइनल के लिए बिहार तैयार हो रहा है। मई के पहले हफ्ते में बिहार विधान परिषद की 29 सीटें खाली होने वाली हैं। परिषद की कुल सीटों का यह 39 फीसद है। इनमें से 17 सीटों पर चुनाव होना है। आठ पर प्रत्यक्ष और नौ सीटों पर परोक्ष रूप से जोर-आजमाइश होगी। 12 सीटें राज्यपाल कोटे की हैं, जिनपर उन्हें ही मौका मिलेगा, जो राज्य सरकार के कृपा पात्र होंगे।

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विधान परिषद की 29 सीटें हो रहीं खाली

बिहार विधान परिषद में कुल 75 सीटें हैं। लोकसभा चुनाव में दो पार्षदों के सांसद बन जाने की वजह से दो सीटें पहले से खाली हैं। जबकि, 27 सीटें पांच मई को खाली होने जा रही हैं। नौ सीटें विधानसभा कोटे की हैं। बाकी आठ स्नातक और शिक्षक कोटे की चार-चार सीटें हैं।

स्नातक व शिक्षक कोटे की सीटों पर चुनाव

विधानसभा कोटे की सीटों के लिए पक्ष-प्रतिपक्ष के विधायकों की संख्या से सबकुछ साफ हो जाएगा। किंतु स्नातक और शिक्षक कोटे की सीटों के लिए प्रत्यक्ष चुनाव होने हैं। दोनों खेमों को मैदान में उतरना और सामर्थ्‍य दिखाना पड़ेगा। विधानसभा चुनाव से पहले इसे सेमीफाइनल भी माना जा रहा है। चुनाव की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। मतदान अप्रैल में होना है।

मंत्री नीरज व अशोक चौधरी की होगी परीक्षा

राज्य सरकार के दो मंत्री मैदान में हैं। सूचना जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार और भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी। नीरज स्नातक कोटे से हैं। अशोक विधायक कोटे से। विधान परिषद के कार्यकारी सभापति हारुण रसीद भी विधायक कोटे से हैं। मनोनयन कोटे की 12 सीटें खाली होने वाली हैं। राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह और पशुपति कुमार पारस के लोकसभा सदस्य चुन लिए जाने के कारण दो पहले से खाली हैं। शेष 10 मई के पहले हफ्ते में खाली होंगी।

विधानसभा कोटे की नौ सीटें भी हो रहीं खाली

विधानसभा कोटे की नौ सीटें भी खाली होने वाली हैं। विधानसभा में हैसियत के हिसाब से सभी दल सीटें बांट लेंगे। इस कोटे से अशोक चौधरी, हारुण रशीद, हीरा प्रसाद बिंद, पीके शाही, सतीश कुमार, सोनेलाल मेहता, कृष्ण कुमार सिंह, राधामोहन शर्मा एवं संजय प्रकाश शामिल हैं। मनोनयन कोटे से जावेद इकबाल अंसारी, ललन कुमार सर्राफ, रामचंद्र भारती, राम लखन राम रमण, राम बचन राय, राणा गंगेश्वर सिंह, रणवीर नंदन, संजय कुमार सिंह, शिव प्रसन्न यादव एवं विजय कुमार मिश्र हैं।

स्नातक-शिक्षक सीटों पर चुनाव प्रक्रिया जारी

स्नातक और शिक्षक कोटे की सीटों पर चुनाव के लिए प्रक्रिया जारी है। सभी क्षेत्रों की नई मतदाता सूची प्रकाशित करने के साथ ही मतदान के लिए बूथ भी तय कर दिए गए हैं। निर्वाचन आयोग को अब अगले आदेश का इंतजार है। पटना, दरभंगा और तिरहुत में दोनों कोटे के चुनाव होने हैं। कोसी में सिर्फ स्नातक कोटे का चुनाव होगा। शिक्षक कोटे से केदारनाथ पांडेय (सारण), मदन मोहन झा (दरभंगा), संजय कुमार सिंह, (तिरहुत) एवं प्रो. नवल किशोर यादव (पटना) की प्रतिष्ठा दांव पर है। इसी तरह स्नातक कोटे से नीरज कुमार (पटना), दिलीप कुमार चौधरी (दरभंगा), डॉ. एनके यादव (कोसी) एवं देवेशचंद्र ठाकुर (तिरहुत) शामिल हैं।


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