सेल्फ स्टडी रिपोर्ट में हुआ खुलासा, राज्य के 60% कॉलेज नैक मूल्यांकन के लिए अयोग्य Patna News
सेल्फ असेसमेंट रिपोर्ट (एसएसआर) में राज्य के 60 फीसद कॉलेजों को नैक मूल्यांकन के लिए अयोग्य घोषित कर दिया है। 57 कॉलेजों ने न्यूनतम 30% अंक भी प्राप्त नहीं किए हैं।
जयशंकर बिहारी, पटना। बिहार की शिक्षा का स्तर क्या होगा जब कॉलेज की दशा ही खराब है। राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) ने राज्य के 60 फीसद कॉलेजों को नैक मूल्यांकन के लिए अयोग्य घोषित कर दिया है। सेल्फ असेसमेंट रिपोर्ट (एसएसआर) का मूल्यांकन के बाद रिपोर्ट संबंधित विश्वविद्यालय और कॉलेजों को भेजी जा रही है।
राजभवन की सख्ती पर राज्य के लगभग 250 कॉलेजों ने नैक एक्रिडेशन के लिए एसएसआर सबमिट किया था। इनमें से 95 कॉलेजों के एसएसआर का मूल्यांकन हो चुका है। 57 कॉलेजों ने नैक एक्रिडेशन के लिए निर्धारित न्यूनतम 30 फीसद अंक भी प्राप्त नहीं किए हैं। नैक अधिकारियों के अनुसार सितंबर अंतिम सप्ताह तक सभी कॉलेजों का प्री-क्वालीफाई स्टेज का रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा।
पीयू की स्थिति संतोषजनक
पटना विश्वविद्यालय को छोड़ अन्य विश्वविद्यालयों के कॉलेजों की स्थिति संतोषजनक नहीं है। पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के 14 कॉलेजों ने एसएसआर सबमिट किया है। इनमें से सिर्फ ही तीन एक्रिडेशन के योग्य घोषित किए गए हैं। अयोग्य की प्रारंभिक सूची में बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर बिहार विवि, मुजफ्फरपुर के पांच, बीएन मंडल विवि, मधेपुरा के छह, तिलका मांझी भागलपुर विवि के पांच, वीर कुंवर सिंह विवि के छह, मगध विवि के सात कॉलेज शामिल हैं।
दोबारा देना होगा एसएसआर
नैक विशेषज्ञ प्रो. अरुण कुमार ने बताया कि अयोग्य घोषित किए गए कॉलेज छह माह के बाद दोबारा एसएसआर सबमिट कर सकते हैं। पूरी प्रक्रिया नए सिरे से होगी। निर्धारित लगभग एक लाख शुल्क भी नए सिरे से जमा करना होगा।