नदवां स्टेशन के पास जीप से टकराई सीमांचल एक्सप्रेस, बाल-बाल बचे सवार
पटना-गया रेलखंड के नदवा स्टेशन के पास शुक्रवार की सुबह हादसा
पटना। पटना-गया रेलखंड के नदवा स्टेशन के पास शुक्रवार की सुबह 2487 अप जोगबनी-आनंद विहार सीमांचल एक्सप्रेस हादसे का शिकार होने से बच गई। नदवां स्टेशन के उत्तरी छोर पर अवैध समपार के पास ट्रेन ट्रैक के बीचोबीच खड़ी एक जीप से टकरा गई। इस हादसे में जीप के परखचे उड़ गई। हालांकि इस दुर्घटना में किसी के घायल होने की सूचना नहीं है। बाद में जीप को ग्रामीणों ने खींचकर ट्रैक से हटाया। इधर सूचना पाकर मौके पर तारेगना जीआरपी और जहानाबाद आरपीएफ पहुंची और मामले की छानबीन की।
मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार की सुबह धनरुआ थाना के नदवा बाजार से यात्रियों को लेकर एक जीप मसौढ़ी थाना के चपौर की ओर जा रही थी। इसी बीच नदवा स्टेशन के उत्तरी छोर स्थित अवैध समपार फाटक पर जीप अप रेलवे ट्रैक में फंस गई। उधर, पटना की ओर से तेज रफ्तार से आ रही जोगबनी-आनंद विहार सीमांचल एक्सप्रेस के हॉर्न की आवाज सुनकर जीप पर सवार यात्री और चालक भाग निकले। जीप को ट्रैक पर खड़ी देखकर जोगबनी-आनंद विहार एक्सप्रेस के चालक ने भी किसी तरह ट्रेन को रोकने का प्रयास किया। हालांकि ट्रेन फिर भी जीप से टकरा गई। इसके बाद जीप उड़कर डाउन ट्रैक के पास चली गई। इस कारण ट्रेन करीब दो मिनट नदवा स्टेशन पर खड़ी रही। यह ट्रेन फिलहाल दानापुर में आरआरई वर्क के कारण फिलहाल पटना-गया के रास्ते परिवर्तित मार्ग से चलाई जा रही है। आरपीएफ इंसपेक्टर राकेश रंजन ने बताया कि दुर्घटनाग्रस्त जीप के नंबर के आधार पर जीप मालिक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। इसी जगह सालभर में तीसरी घटना
पटना-गया रेलखंड के नदवा स्टेशन के उत्तरी छोर के पास स्थित अवैध समपार के पास एक साल में वाहन फंसने की यह तीसरी घटना है। करीब सालभर पहले उक्त अवैध समपार फाटक के पास ट्रैक पर एक ट्रक फंस गया था और घटों इस खंड पर ट्रेनों का परिचालन बाधित हो गया था। बाद में रेल प्रशासन ने जेसीबी की मदद से ट्रक को ट्रैक से हटाया था और उसके बाद ही ट्रेनों का परिचालन शुरू हो सका था। इधर करीब छह माह पहले भी स्कूली छात्रों को ले जा रही एक मैजिक गाड़ी इसी जगह ट्रैक में फंस गई थी। ट्रैक के दोनों ओर लगती हैं सब्जी की दुकानें
इस अवैध समपार के दोनों तरफ रेलवे ट्रैक से सटे रोज सब्जी की दर्जनों दुकानें लगती हैं। ट्रेन के आने की हार्न सुन सब्जी विक्रेता सब्जी की अपनी टोकरियों को उनकी जगह पर छोड़ खुद हट जाते हैं। इससे भी किसी बड़े हादसे की आशका बनी रहती है। लेकिन रेल प्रशासन अबतक इससे बेफिक्र उन सब्जी दुकानदारों को वहा सब्जी बेचने से नहीं रोक पाता है।