बंद रहे स्कूल, बैंकों में लटके रहे ताले, ऑटो व निजी सिटी बसों का परिचालन सामान्य
केंद्रीय ट्रेड यूनियनों की दो दिवसीय हड़ताल का अंतिम दिन असरदार रहा।
पटना। केंद्रीय ट्रेड यूनियनों की दो दिवसीय हड़ताल के अंतिम दिन बंद का मिलाजुला असर दिखा। वामपंथी दलों के बिहार बंद के आह्वान और राष्ट्रीय जनता दल, हम, समाजवादी पार्टी द्वारा इसे समर्थन दे देने से बुधवार को स्वत: अधिकांश स्कूल और दुकानें बंद रहीं। भारतीय स्टेट बैंक को छोड़कर अधिकांश बैंकों की शाखाओं में ताले लटके रहे। ऑटों के परिचालन में हालांकि कोई खास असर नहीं दिखा। 80 फीसदी ऑटो का परिचालन हुआ। निजी सिटी बसें बंद में शामिल थीं। मीठापुर बस पड़ाव से राज्य के विभिन्न हिस्सों के लिए निजी बसों का परिचालन जारी रहा। बिहार राज्य पथ परिवहन निगम की अधिकांश सिटी बसें बांकीपुर डिपो में खड़ी रहीं। केंद्रीय कार्यालयों में कर्मचारियों की उपस्थिति पर असर दिखा। परिवहन नेता राजकुमार झा ने दावा किया कि राज्य में परिवहन व्यवस्था प्रभावित रही।
दूसरी ओर यूनियनों का मीठापुर बस पड़ाव से बस परिचालन बाधित करने का प्रयास विफल रहा। ऑटो चालक बंद के विरोध में आ गए थे। उन्होंने नेताओं की एक नहीं सुनी। मुश्किल से20 फीसद ऑटो का परिचालन नहीं हुआ। मीठापुर बस पड़ाव में बंद का थोड़ा सा भी असर नहीं दिखा। सरकारी सिटी बस सेवा प्रभावित हुई। अधिकांश चालक हड़ताल पर रहे। निजी सिटी बस सेवा का परिचालन सामान्य दिखा। सिख श्रद्धालुओं के लिए चलाई जा रहीं बसों के चालक और कंडक्टर हड़ताल में शामिल नहीं हुए।
: शाखाओं के आगे प्रदर्शन करते रहे बैंककर्मी :
हड़ताल के कारण बैंकों में लगातार दूसरे दिन कामकाज ठप रहा। कर्मचारी बैंकों के आगे नारेबाजी करते रहे। बिहार प्रोविंशियल बैंक इंप्लाइज एसोसिएशन के उप महासचिव संजय तिवारी, बिहार स्टेट इलाहाबाद बैंक स्टाफ एसोसिएशन के तारकेश्वर मिश्रा और उत्पलकांत ने कहा कि बैंकों के विलय के फैसले को केंद्र वापस ले। एनपीए की वसूली कराएं। पूंजीपतियों के कारण बैंकों पर एनबीए का बोझ बढ़ गया है। पंजाब नेशनल बैंक इम्प्लाइज यूनियन के महासचिव विजय कुमार मिश्र, अध्यक्ष रामेश्वर प्रसाद ने कहा कि दो दिवसीय हड़ताल सफल रही। ऑल इंडिया बैंक इम्प्लाइज एसोसिएशन के प्रदेश महासचिव सुनील कुमार सिन्हा, बैंक इम्प्लाइज फेडरेशन ऑफ इंडिया के महासचिव संजय कुमार, बैंक इम्प्लाइज फेडरेशन के महासचिव जयप्रकाश दीक्षित ने दावा किया कि बैंक हड़ताल सफल रही। बैंक कर्मियों ने केंद्र सरकार पर श्रम कानून को खत्म करने का आरोप लगाया। बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी संघ के महामंत्री शशिकांत राय ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें मजदूर विरोधी कार्य बंद करें। सभी कर्मचारी संगठन एकजुटता के साथ आगे भी संघर्ष करेंगे।
ऑल इंडिया इंश्योरेंस इम्प्लाइज एसोसिएशन के सदस्य फ्रेजर रोड स्थित बीमा कार्यालय के गेट में ताला बंद करके सामने धरने पर बैठ गए। नारेबाजी करते रहे। नयी पेंशन नीति की जमकर आलोचना की गई। सभा की अध्यक्षता विजय कुमार वर्मा ने की। ओमप्रकाश कमलेश प्रसाद, एमएमपी वर्मा, अखिलेश दुबे, बीडी सिंह, जेपी नारायण, मनोज आदि ने भाग लिया।
: भाजपा प्रदेश कार्यालय के समक्ष इंटक ने किया प्रदर्शन :
भाजपा प्रदेश कार्यालय के समक्ष इंटक ने प्रदर्शन किया तथा प्रधानमंत्री के विरोध में नारे लगाए। इंटक अध्यक्ष चंद्रप्रकाश सिंह के नेतृत्व में कार्यकर्ता डाकबंगला चौराहे पर पहुंचे और प्रधानमंत्री का पुतला दहन किया। इसके बाद आर. ब्लॉक स्थित एसएफसी कार्यालय का घेराव किया गया। चंद्रप्रकाश सिंह ने केंद्र सरकार को मजदूर विरोधी बताया।