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छठ महापर्व: पटना में निर्जला व्रत के बीच श्रद्धालुओं ने दिया पहला अर्घ्य

छठ के तीसरे दिन सायंकालीन अर्घ्‍य देने के लिए श्रद्धालुओं का शहर के विभिन्न घाटों पर जुटान हुअ। श्रद्धालुओं ने 25 किलोमीटर में फैली गंगा के साथ-साथ 41 तालाबों में भी अर्घ्‍य दिया।

By Kajal KumariEdited By: Published: Mon, 12 Nov 2018 02:46 PM (IST)Updated: Tue, 13 Nov 2018 06:56 PM (IST)
छठ महापर्व: पटना में निर्जला व्रत के बीच श्रद्धालुओं ने दिया पहला अर्घ्य
छठ महापर्व: पटना में निर्जला व्रत के बीच श्रद्धालुओं ने दिया पहला अर्घ्य

पटना [जेएनएन]। लोक आस्था के पर्व छठ पर श्रद्धालुओं ने शाम में अस्ताचलगामी सूर्य को पहला अर्घ्य दिया। पर्व की मान्यता के अनुसार 36 घंटे का निर्जला व्रत अभी जारी है। सुबह से ही लोगों का घाट पर आने का क्रम शुरू हो गया था, जो देर शाम तक जारी रहा। सड़कों पर अधिक भी श्रद्धालु नंगे पैर ही घाटों की ओर जाते दिखाई दिए। विभिन्न घाटों के साथ ही भक्तों ने 41 से अधिक तालाबों में भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया।

25 किलोमीटर बने लंबे गंगा तट पर श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा की चाकचौबंद व्यवस्था की गई थी। सुरक्षा की जिम्मेदारी वरिष्ठ अधिकारियों ने उठा रखी थी। पटना के जिलाधिकारी कुमार रवि और एसएसपी मनु महाराज सुबह से ही शहर की विभिन्न स्थानों व गंगा घाटों पर गश्ती करते हुए दिखाई दिए।
दंडाधिकारी सहित तैनात रहा पुलिस दस्ता
450 दंडाधिकारी सहित तीन हजार से अधिक बल के साथ पुलिस अधिकारी घाटों पर तैनात रहे। एनडीआरएफ के जवान 70 मोटरबोट से गश्ती करते रहे। गंगा नदी एवं घाटों पर बचाव के लिए 450 एनडीआरएफ के जवान मुस्तैद दिखाई दिए। वहीं प्रशासन ने 185 नाव के साथ 315 गोताखोरों को तैनात किया था।

सरपर डाला रखकर दोपहर से शुरू हुआ घाट पर आने का क्रम
छठ पर अर्घ्य देने के लिए श्रद्धालुओं की आस्था जरा भी कम नहीं रही। हर कदम गंगा घाटों की ओर जाते हुए दिखाई दिए। कुछ अपने वाहन से तो कुछ पैदल ही घाट पर पहुंचे। सर पर डाला रखकर देर शाम तक श्रद्धालुओं के आने-जाने का सिलसिला चलता रहा।
ड्रेस कोड में दिखेे पदाधिकारी और कर्मचारी
छठ घाटों पर प्रतिनियुक्त पदाधिकारियों एवं कर्मियों की आसानी से पहचान हो सके इसके लिए ड्रेस कोड निर्धारित किया गाय था। दंडाधिकारियों के लिए जहां ब्लू रंग का फ्लोरोसेंट जैकेट, तो सिविल डिफेंस के लिए हरे रंग का फ्लोरोसेंट जैकेट, वहीं पुलिस कर्मी के लिए लाल रंग का फ्लोरोसेन्ट जैकेट के साथ ही नगर निगम के कर्मी हल्के हरे रंग का फ्लोरोसेंट जैकेट पहने घाटों पर नजर आए।

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21 सेक्टरों में बांटे गए थे गंगा घाट
श्रद्धालुओं के लिए 21 सेक्टरों में गंगा घाट बांटे गए थे। छठ व्रतियों की सुरक्षा के साथ उनकी सुविधाओं के लिए भी व्यापक व्यवस्था की गई थी। 609 चेंजिंग रूम, 314 शौचालय, 551 यूरिनल, 90 चापाकल, 10 सबमर्सिबल मोटर की घाट के किनारे व्यवस्था थी। इसके साथ ही 10 यात्री शेड का भी निर्माण किया गया था।
पब्लिक एड्रेस सिस्टम की जगह-जगह रही व्यवस्था
भीड़ नियंत्रण के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम की सभी घाटों पर व्यवस्था की गई थी। सभी टावरों और नियंत्रण कक्षों में भी व्यवस्था की गई थी। यहां तैनात अधिकारी और कर्मचारी खुद लोगों को संबोधित करते दिखाई दिए। साथ ही रिकॉर्डिंग भी बजती रही। प्री सेट रिकॉर्डिंग में छठ घाट पर बरती जाने वाली सावधानियों का भी घाटों के किनारे लगातार जिक्र होता रहा।


अर्घ्य के बाद सफाई के लिए तैनात रहे कर्मी
श्रद्धालुओं के अर्घ्य देने के बाद सफाई व्यवस्था के मद्देनजर पटना नगर निगम की ओर से हर घाट पर दस-दस सफाई मजदूरों को एक-एक पर्यवेक्षक के साथ तैनात किया था। इंतजाम बेहतर रखने के लिए 1100 से अधिक सफाई मजदूर तैनात रहे। पहला अर्घ्य समाप्त होने के बाद सफाई कर्मी अपने काम में जुट गए।
 


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