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स्वास्थ्य विभाग को विदेश से आए 316 लोगों की तलाश

कोरोना के खतरनाक वैरिएंट ओमीक्रोन का अबतक एक भी मामला नहीं मिला है लेकिन स्वास्थ्य विभाग की समस्याएं बढ़ गई है। इसका कारण दक्षिण अफ्रीका इजराइल इटली हागकाग बोत्सवाना बेल्जियम ब्राजील बाग्लादेश चीन न्यूजीलैंड जर्मनी चेक रिपब्लिक और ब्रिटेन जैसे नए वैरियंट से प्रभावित देशों से हाल में लौटे लोगों की संख्या लगातार बढ़ना है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 30 Nov 2021 01:58 AM (IST)Updated: Tue, 30 Nov 2021 01:58 AM (IST)
स्वास्थ्य विभाग को विदेश से आए 316 लोगों की तलाश
स्वास्थ्य विभाग को विदेश से आए 316 लोगों की तलाश

पटना । कोरोना के खतरनाक वैरिएंट ओमीक्रोन का अबतक एक भी मामला नहीं मिला है लेकिन स्वास्थ्य विभाग की समस्याएं बढ़ गई है। इसका कारण दक्षिण अफ्रीका, इजराइल, इटली, हागकाग, बोत्सवाना, बेल्जियम, ब्राजील, बाग्लादेश, चीन, न्यूजीलैंड, जर्मनी, चेक रिपब्लिक और ब्रिटेन जैसे नए वैरियंट से प्रभावित देशों से हाल में लौटे लोगों की संख्या लगातार बढ़ना है। सोमवार को केंद्र सरकार से आई दूसरी सूची में पटना जिले के 292 ऐसे लोग हैं जो हाल में विदेश से लौटे हैं। वहीं, 282 की पहली सूची में 22 लोग जिले के थे। इसके साथ ही जिले में हाल में विदेश से लौटे लोगों की संख्या 316 हो गई है। इसके अलावा नालंदा, जहानाबाद, मुजफ्फरपुर, औरंगाबाद, छपरा जैसे तमाम जिले के लोग पटना एयरपोर्ट पर उतरकर ही जाते हैं। स्वास्थ्यकर्मियों को मुख्य चिंता इसी बात की है कि यदि विदेश से आए लोगों में कोई संक्रमित मिलता है और जेनेटिक सीक्वेंसिंग में नए वैरिएंट की पुष्टि होती है तो उनकी काटैक्ट हिस्ट्री तलाशना मुश्किल हो जाएगा। इसे देखते हुए दिल्ली, मुंबई, कोलकाता व चेन्नई जैसे अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से जानकारी एकत्र की जा रही है कि विदेश से आने वालों की वहा आरटी-पीसीआर जाच की जा रही है कि नहीं। यदि जाच हुई होगी और निगेटिव होगी तो खतरे की आशका काफी कम हो जाएगी।

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आशा कार्यकर्ताएं करेंगी चिह्नित

सिविल सर्जन कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार पहली सूची में जिले के जो 22 लोग आए थे, उनमें से 17 लोगों को चिह्नित कर लिया गया है। इनमें से 11 की रिपोर्ट आ चुकी है और सभी निगेटिव है। सिविल सर्जन डा. विभा कुमारी सिंह ने कहा कि विदेश से आए लोगों को चिह्नित करने के लिए आशा कार्यकर्ताओं को भी लगाया गया है। इसके अलावा कोरोना जाच संख्या बढ़ाने के प्रयास तेज कर दिए गए हैं। इसके अलावा आमजन को कोरोना को गंभीरता से लेते हुए मास्क, शारीरिक दूरी और हाथ धोने के नियम को आदत बनाने को जागरूक करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रयास किए जा रहे हैं कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को जल्द से जल्द वैक्सीन की पहली या दूसरी डोज दे दी जाए।

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छठ के बाद स्टेशनों पर कोरोना

जाच 90 प्रतिशत तक हुई कम

पटना : दीपावली और छठ महापर्व के दौरान जिले के तीन रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट पर जितने कोरोना आशकितों की जाच की जा रही थी, अब उसकी संख्या में 90 प्रतिशत तक की कमी आ गई है। इसका कारण छठ महापर्व के बाद कोरोना संक्रमण के मामले नहीं बढ़ने से जाचकर्मियों और आमजन का उदासीन होना बताया जा रहा है। दोनों पक्षों को लग रहा है कि अब कोरोना गुजरे जमाने की बात हो गई है। सिविल सर्जन कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार आजकल स्टेशनों व एयरपोर्ट कोरोना जाच की संख्या सैकड़ा भी पार नहीं कर रही है। बताते चलें कि दीपावली व छठ के दौरान यह संख्या पाच से छह हजार तक पहुंच गई थी।

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डरें नहीं, वैक्सीन लें

और बरतें सावधानी

एम्स के कोरोना नोडल पदाधिकारी डा. संजीव कुमार के अनुसार ओमीक्रोन वैक्सीन को चकमा दे सकता है जैसी बातों से घबराने की जरूरत नहीं है। यदि समझदारी दिखाई जाए तो इससे पूरी तरह से बचा जा सकता है। यदि आपके आसपास कोई विदेश से आया है तो सतर्क हो जाएं, संपर्क में आए हों तो जाच करा लें और अभी तक यदि वैक्सीन की दोनों डोज नहीं ली हैं तो उसे तुरंत ले लें। इसके अलावा शुरुआती दौर से कोरोना से बचाव मास्क, शारीरिक दूरी और हैंड सैनिटाइजेशन जैसे नियमों का सख्ती से पालन करें। इससे या तो कोरोना आपको होगा नहीं और हुआ तो उसके खतरनाक लक्षण उभरने की आशका काफी कम रहेगी। सरकार समय-समय पर जो एहतियात जारी करे, उसे गंभीरता से लेते हुए उनका ईमानदारी पूर्वक पालन करना जरूरी है।


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