सहरसा में तैनात एसडीओ की राजधानी में डेंगू से मौत
सहरसा में तैनात और पुनपुन के रहने वाले एसडीओ की गुरुवार को राजधानी में मौत हो गई।
पटना । डेंगू का डंक सूबे में लगातार गहरा होता जा रहा है। बुधवार की रात डेंगू ने सहरसा के एसडीओ सृष्टि राज सिन्हा को अपना शिकार बनाया। उनकी मौत राजधानी के पारस हॉस्पिटल में हो गई। वे 44 वर्ष के थे। तबियत खराब होने पर उन्हें बेहतर इलाज के लिए राजधानी के पारस हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। वे पुनपुन के रहने वाले थे।
पिछले शनिवार को उनको बुखार आया था। जब उन्होंने रक्त की जांच कराई तो डेंगू निकला। उसके बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए राजधानी में भर्ती कराया गया था। परंतु कुछ देर बाद ही उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। लेकिन सोमवार को उनकी तबीयत एक बार फिर बिगड़ गई। उसके बाद दोबारा उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। तभी से अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। लेकिन देर रात उनकी मौत हो गई। यह राजधानी में डेंगू से चौथी मौत है। इसके पहले शहर में दो एसडीओ एवं एक सीडीपीओ की मौत हो चुकी है। सहरसा से पहले वे हिलसा में पदस्थापित थे।
: अब तक मिले 809 मरीज :
पीएमसीएच में राज्यभर से डेंगू मरीज पहुंच रहे हैं। इस मौसम में अब तक पीएमसीएच में 809 मरीजों के सैंपल में इसकी पुष्टि हुई है। केवल गुरुवार को ही 89 मरीज पीएमसीएच में डेंगू के मिले, जिनमें 80 केवल पटना के थे। पीएमसीएच में गुरुवार को 229 मरीजों के रक्त के नमूने जांच के लिए लिये गए हैं। उनकी रिपोर्ट शुक्रवार को आएगी। पीएमसीएच के लैब प्रभारी डॉ. सच्चिदानंद का कहना है कि राजधानी में कंकड़बाग, दीघा, मैनपुरा, गोसाईटोला सहित कई मोहल्लों से काफी संख्या में डेंगू के मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं। इसके अलावा चंपारण, वैशाली, औरंगाबाद, भोजपुर से भी काफी संख्या में मरीजों का आगमन पीएमसीएच में हो रहा है।
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: पीएमसीएच, रेडक्रॉस व जयप्रभा में मिल रहे प्लेटलेट्स :
राजधानी के पीएमसीएच, रेडक्रॉस एवं जयप्रभा ब्लड बैंक से मरीजों को प्लेटलेट्स मुहैया कराया जा रहा है। पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ. राजीव रंजन प्रसाद के अनुसार अस्पताल में डेंगू वार्ड बनाकर मरीजों का इलाज किया जा रहा है। यहां पर मुफ्त में इलाज एवं जांच की व्यवस्था की गई है।