संतों की संगत से व्यक्ति करता है उन्नति
संतों की संगत से व्यक्ति उन्नति करता है। सत्संग से कई लाभ हैं। समाज के हर वर्ग को सत्संग में शामिल ह
संतों की संगत से व्यक्ति उन्नति करता है। सत्संग से कई लाभ हैं। समाज के हर वर्ग को सत्संग में शामिल होना चाहिए। हमें भौतिकवादी पथ को त्याग कर ठाकुर श्री अनुकूलचंद्र द्वारा निर्देशित पथ को अपनाना चाहिए। उक्त बातें रविवार को ट्रांसपोर्ट नगर में श्री ठाकुर अनुकूलचन्द्र जी के 130वें जन्मोत्सव व 16वें वार्षिक सत्संग महोत्सव के दौरान विद्वानों ने कहीं।
समारोह का आरंभ बनारस के शहनाई वादकों के शहनाई वादन व वेद मांगलिकी तथा ऊषा कीर्तन के साथ हुआ। कीर्तन, प्रार्थना के बाद धर्म सभा हुई। इसकी अध्यक्षता नारायण प्रसाद ने किया। प्रवचनकर्ता दामोदर ठाकुर ने कहा कि श्री ठाकुर प्रेम के अवतार थे। उन्होंने कहा कि समाज को सुधारना है तो बेमेल विवाह से बचना होगा। सत्संग महोत्सव समिति के अध्यक्ष मुन्ना ¨सह ने कहा कि सफल व्यक्ति बनने के लिए एक आदर्शवादी व्यक्ति को आत्मसात करना चाहिए। आज के बच्चे ही कल के भविष्य हैं। उन्होंने ठाकुर जी के जीवनी पर प्रकाश डाला। मातृ सम्मेलन गुरु बहन रीना मां की अध्यक्षता में हुआ। भजन मंडली ने राधे राधे बोलोगे तो ठाकुर जी चले आएंगे.. तथा मेरे ठाकुर परमदयाल दया की वर्षा करें.. जैसे भजनों पर श्रद्धालु झूम उठे। कार्यक्रम में सत्संग में बैठे लोगों ने दीक्षा ग्रहण किया। कार्यक्रम का संचालन सत्संगकर्मी ब्रजकिशोर दा ने किया। महोत्सव में सांसद आरके सिन्हा, विधायक अरुण कुमार सिन्ह, संजीव ¨सह जय¨हद, सोनू कुमार विशिष्ट थे।