राजधानी में सफाईकर्मियों की हड़ताल खत्म होने के बाद सुबह-सुबह शहर में लगने लगी झाड़ू-उठा कूड़ा
पटना नगर निगम के सफाईकर्मियों ने शनिवार की शाम छह दिनों से जारी अपनी हड़ताल खत्म कर दी। इसके बाद रविवार को सुबह से ही शहर में सफाई कार्य शुरू हुआ।
पटना, जेएनएन। पटना नगर निगम के सफाईकर्मियों ने शनिवार की शाम छह दिनों से जारी अपनी हड़ताल खत्म कर दी। देर शाम से ही सफाईकर्मी विभिन्न वार्डों की मुख्य सड़कों और मोहल्लों में फैले कूड़े-कचरे के ढेर को समेटने में लग गए थे। राजधानी में रविवार को सुबह से ही सफाई का काम भी शुरू किया गया। शहर के गली-मुहल्लों से लेकर मुख्य सड़कों पर झाड़ू लगाई गई। साथ ही छह दिनों से इकट्ठा कूड़े को उठाया गया।
3600 टन कूड़ा हो गया है डंप
एक अनुमान के मुताबिक पटना में छह दिन में 3600 टन कूड़ा डंप हो गया है। अब निगम के पास इस बात की चुनौती होगी कि शहर में जल्द से जल्द कूड़ा उठाया जाए। इस बीच एक समस्या निगम की कई गाड़ियों के खराब होने के कारण भी है। उसे दुरुस्त कराने का कार्य भी किया जा रहा है। अधिकारियों की मानें तो राजधानी की सफाई व्यवस्था पटरी पर लाने में चार से पांच दिन का समय लग सकता है।
24 घंटे के अंदर चकाचक कर दें शहर
नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव आनंद किशोर ने हड़ताल खत्म होने के बाद निर्देश दिया है कि 24 घंटे के अंदर शहर को चकाचक कर दें। किसी भी स्थान पर कूड़े का ढेर नहीं दिखना चाहिए। कर्मचारी यूनियनों से हुए समझौते के अनुसार हड़ताल अवधि में निगम के कर्मचारियों और नेताओं पर दर्ज मुकदमे वापस लिए जाएंगे। 4300 दैनिक कर्मियों की सेवाएं यथावत रहेंगी।
सफाई के बाद वार्डो में होगा ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव
राजधानी में सफाई के बाद सिविल सर्जन कार्यालय की ओर से चूना एवं ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कराया जाएगा। सिविल सर्जन डॉ. आरके चौधरी ने बताया कि इसके लिए सरकार की ओर से तैयारी की जा रही है। पिछले कई दिनों से शहर में सफाई नहीं होने से एलर्जी की समस्या गंभीर हो गई है। वातावरण में गंदगी फैलने से दमा की बीमारी भी फैल सकती है। लोग नाक पर रूमाल रखकर गुजरने को विवश हो रहे हैं।