अब साधु यादव भी उतरे मांझी के समर्थन में, नीतीश-लालू पर हमला
पूर्व सांसद अनिरुद्ध यादव (साधु यादव) ने मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी का समर्थन करते हुए कहा है कि वे अच्छा काम कर रहे हैं। उनकी बढ़ती लोकप्रियता से खिन्न होकर नीतीश कुमार उन्हें हटाने की साजिश में जुट गए हैं, मगर नीतीश अपने मंसूबे में सफल नहीं होंगे।
पटना। पूर्व सांसद अनिरुद्ध यादव (साधु यादव) ने मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी का समर्थन करते हुए कहा है कि वे अच्छा काम कर रहे हैं। उनकी बढ़ती लोकप्रियता से खिन्न होकर नीतीश कुमार उन्हें हटाने की साजिश में जुट गए हैं, मगर नीतीश अपने मंसूबे में सफल नहीं होंगे। 20 फरवरी को मांझी अपना बहुमत साबित कर देंगे।
रविवार को संवाददाता सम्मेलन में साधु यादव ने सवालिया लहजे में कहा कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को क्या हो गया है? वे बोला करते थे कि 'वोट के राज्य के मतलब छोटे के राज्यÓ। आज वे अपनी ही बात को भूल गए हैं और महादलित व्यक्ति को मुख्यमंत्री पद से हटाने में नीतीश का साथ दे रहे हैं। नीतीश ने अपने शासन काल में सबसे ज्यादा यादव जाति के लोगों को जेल में बंद कराया। विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी से विपक्ष के नेता के तौर पर विजय चौधरी को मान्यता देने की मांग कर नीतीश ने अपनी हार कबूल कर ली है। मांझी विश्वास मत कैसे हासिल करेंगे, इस पर साधु यादव ने कहा कि जदयू के 35 से 40 विधायक मांझी के साथ हैं और भाजपा निश्चित रूप से उनका समर्थन करेगी। उन्होंने कहा कि अनंत सिंह ने मुख्यमंत्री के खिलाफ अमर्यादित भाषा का प्रयोग करके पूरे दलित समाज को अपमानित करने का काम किया है, जिसकी जितनी भी निंदा की जाए, कम होगी।
लालू के वारिस के सवाल पर सांसद पप्पू यादव और लालू यादव के पुत्र तेजस्वी यादव के बीच चल रहे वाक्युद्ध पर साधु यादव ने कहा कि यह जनता तय करेगी। स्वघोषित वारिस बनने का अधिकार किसी को भी नहीं है। इस अवसर पर जदयू के बागी विधायक रविन्द्र राय, रालोसपा के वरिष्ठ नेता उपेंद्र चौहान, स्वामी सहजानंद सरस्वती सामाजिक न्याय मंच के अध्यक्ष रोहित कुमार सिंह भी मौजूद थे।