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पटना के रूपेश हत्‍याकांड में भाई नंदेश्‍वर ने की CBI जांच की मांग, बोले- पुलिस के बूते के बाहर का है यह मामला

नंदेश्‍वर सिंह ने कहा कि मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार ने 48 घंटे के अंदर अपराधियों की गिरफ्तारी करने का अल्‍टीमेटम दिया था। लेकिन अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई। हमें लगता है कि पटना पुलिस-प्रशासन अपराधी को गिरफ्तार करने में नाकाम साबित हाे रहा है।

By Prashant KumarEdited By: Published: Fri, 15 Jan 2021 02:11 PM (IST)Updated: Sat, 16 Jan 2021 07:13 AM (IST)
पटना के रूपेश हत्‍याकांड में भाई नंदेश्‍वर ने की CBI जांच की मांग, बोले- पुलिस के बूते के बाहर का है यह मामला
रूपेश सिंह के भाई नंदेश्‍वर सिंह ने की सीबीआइ जांच की मांग। जागरण आर्काइव।

पटना, बिहार ऑनलाइन डेस्‍क/ एएनआइ। इंडिगो एयरलाइंस (Indigo Airlines) के पटना स्‍टेशन हेड रूपेश सिंह (Rupesh singh) की सरेशाम गोली मारकर हत्‍या किए जाने के मामले में पटना पुलिस के हाथ अब तक खाली हैं। वारदात के पांचवे दिन तक पुलिस को न तो हत्‍या का कारण पता चल पाया है और न ही अपराधियों की पहचान हो पाई है। इससे नाराज रूपेश सिंह के भाई नंदेश्‍वर सिंह ने हत्‍याकांड (Rupesh singh murder case) की जांच सीबीआइ (CBI) से कराने की मांग की है। एएनआइ के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक, नंदेश्‍वर सिंह ने कहा है कि मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार ने 48 घंटे के अंदर अपराधियों की गिरफ्तारी करने का अल्‍टीमेटम दिया था, लेकिन अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई।

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अपने ही अपार्टमेंट में की गई थी हत्‍या

मालूम हो कि 12 जनवरी की शाम शास्‍त्रीनगर थाना क्षेत्र के पुनाईचक मोहल्‍ले में स्थित कुसुम विला अपार्टमेंट में रूपेश सिंह की हत्‍या उस वक्‍त कर दी गई थी, जब वे ड्यूटी से घर लौटे थे। वे बेसमेंट में गाड़ी पार्क कर उतरने वाले ही थे कि अपराधियों ने ऑटोमेटिक पिस्‍टल से ताबड़तोड़ गोलियों की बौछार कर दी। करीब डेढ़ दर्जन राउंड गोलियां बरसाई गईं, जिनमें छह रूपेश को लगी और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। वारदात को अंजाम देने के बाद अपराधी फरार हो गए। उनकी गिरफ्तारी के दावे अभी तक हवा-हवाई साबित हुए हैं।

अभी तक पुलिस पकड़ से दूर अपराधी

इस घटना के बाद सियासी बयानबाजी तेज हो गई है। विपक्ष ने सरकार को जमकर घेरा तो सत्‍ताधारी भारतीय जनता पार्टी ने भी कानून-व्‍यवस्‍था को लेकर सवाल खडे़ किए। घटना से नाराज मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार ने पुलिस को 48 घंटे में अपराधियों  की गिरफ्तारी का अल्‍टीमेटम दिया। आनन-फानन में पुलिस मुख्‍यालय ने पटना सिटी एसपी, मध्‍य विनय तिवारी के नेतृत्‍व में तेज-तर्रार अफसरों को शामिल करते हुए एसआइटी (Special Investigating Team) गठित किया गया। लेकिन अभी तक पुलिस अपराधियों तक नहीं पहुंच सकी है।


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