एक माह से बेकार पड़ी आरटी-पीसीआर मशीन
पटना सिटी। कोरोना की जांच बढ़ाने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोविड अस्पताल एनएमसीएच पर लगातार
पटना सिटी। कोरोना की जांच बढ़ाने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोविड अस्पताल एनएमसीएच पर लगातार दबाव बनाया जा रहा है। इसी बीच यहां के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थित माइक्रो-बायोलॉजी विभाग में कोरोना जांच के लिए पहुंची आरटी-पीसीआर मशीन लगभग एक माह से बेकार पड़ी है। इस मशीन को इंस्टॉल करने के लिए अभी तक कमरा भी तैयार नहीं हो सकता है। अधीक्षक डॉ. विनोद कुमार सिंह ने शनिवार को बताया कि बीएमएसआइसीएल द्वारा आरटीपीसीआर जांच मशीन इंस्टॉल करने की दिशा में कार्रवाई की जा रही है। इस मशीन को चालू करने के लिए आवश्यक कुछ जरूरी उपकरण आना है। जल्द ही इस मशीन से कोरोना के जांच संभव हो सकेगी।
वहीं, माइक्रो बायोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ. संजय कुमार ने बताया कि लगभग पंद्रह दिनों से खराब पड़ी ट्रूनेट मशीन अब ठीक हो गयी है। यहां लगी दो ट्रूनेट मशीन एवं एंटीजेन से एक दिन में अधिकतम 150 नमूनों की जांच होती है। आरटीपीसीआर के लिए नमूना लेकर आरएमआरआइ जांच के लिए भेजा जाता है। यह मशीन एनएमसीएच में चालू होते ही कोरोना जांच की संख्या में वृद्धि होगी।
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कैंसर मरीजों के लिए महत्वपूर्ण पोषणयुक्त भोजन
पटना। कैंसर मरीजों के लिए हाई प्रोटीन डाइट का बहुत महत्व है। उन्हें पोषण युक्त भोजन उपलब्ध कराकर बीमारी से लड़ने के लिए बेहतर क्षमता विकसित कराने में मदद की जा सकती है। यह बातें शनिवार को पोषण माह के दौरान इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (आइजीआइएमएस) में कैंसर के मरीजों को संबोधित करते हुए चिकित्सा अधीक्षक डॉ. मनीष मंडल ने कहीं। इस दौरान उन्होंने डायटिशियन द्वारा संतुलित आहार पर बल दिया। इस अवसर पर डायटिशियन पल्लवी ने कैंसर के रोगियों को संतुलित आहार, हाई प्रोटीन डाइट व सूक्ष्म पोषक तत्वों के बारें में जानकारी दी। मौके पर आरसीसी चीफ डॉ. राजीव रंजन प्रसाद, सहायक प्राध्यापक डॉ. राहुल रंजन, डॉ. कुणाल भी थे।