राजधानी पटना बनेगी स्मार्ट सिटी, खर्च होंगे 100 करोड़ रूपये
राजधानी पटना को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए राज्य कैबिनेट ने एक सौ करोड़ रुपये की मंजूरी दे दी है। पांच वर्षों में राज्य व केंद्र सरकार की ओर से 500-500 करोड़ रुपये जारी करने हैं।
पटना [जेएनएन]। राजधानी को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए राज्य कैबिनेट ने एक सौ करोड़ रुपये की मंजूरी दे दी है। अब राजधानी को स्मार्ट बनाने की कवायद रफ्तार पकड़ेगी। पांच वर्षों में राज्य व केंद्र सरकार की ओर से 500-500 करोड़ रुपये जारी किए जाने हैं। अब जल्द ही राज्य सरकार की ओर से मंजूर की गई यह राशि पटना स्मार्ट सिटी प्राइवेट लिमिटेड के अकाउंट में आ जाएगी।
पटना के लिए स्पेशल परपस व्हीकल (एसपीवी) और प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंसल्टेंट (पीएमसी) एजेंसी का भी चयन हो चुका है। पीएमसी एजेंसी ने कई योजनाओं पर डीपीआर बनाने का कार्य आरंभ कर दिया है। सबसे पहले मंदिरी नाले को स्मार्ट बनाने की कवायद होगी। इसके साथ ही कंट्रोल एंड कमांड सेंटर तैयार होगा।
स्मार्ट सिटी के तहत राजधानीवासियों को सुगम यातायात साधन के साथ-साथ बेहतर निगम शासकीय प्रबंधन का लाभ मिलेगा। इसके अतिरिक्त राजधानी के गांधी मैदान-पटना जंक्शन-आर. ब्लॉक-गोलघर एरिया को मॉडल बनाया जाएगा। इसमें उन तमाम सुविधाओं का लाभ मिलेगा, जो एक महानगर में उपलब्ध होती हैं।
इन सुविधाओं का मिलेगा लाभ
स्मार्ट सिटी के तहत अंडरग्राउंड डक्ट के माध्यम से सभी तरह के तार भूमि के अंदर से गुजरेंगे, एरिया में सोलर स्ट्रीट लाइट, रिवर फ्रंट डेवलपमेंट के तहत गंगा किनारे पार्क डेवलप कराया जाएगा। साथ ही स्टेशन क्षेत्र का विकास, हेरिटेज पार्क, कमला नेहरू स्लम पुनर्विकास, वीरचंद्र पथ को मॉडल रोड विकसित करना, ट्रैफिक एवं ट्रांसपोर्टेशन का सुदृढ़ीकरण व स्मार्ट स्ट्रीट लाइट लगाई जाएगी। वहीं सोलर प्लेट लाइटिंग, मार्केटिंग कॉम्पलेक्स, मल्टी लेवल पार्किंग, आइटी टॉवर, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, मल्टी लेवल भवन आदि का निर्माण शामिल है।