ज्वेलरी शॉप लूटकांड: फिल्मी स्टाइल में खींची कुर्सी और बीस मिनट तक साधे रहा निशाना Patna News
दीघा-आशियाना रोड के पंचवटी ज्वेलर्स में डकैत ने बीस मिनट तक उत्पात मचाया। वारदात को अंजाम देने के लिए वे पहले ही दुकान की रेकी कर चुके थे।
By Edited By: Published: Sat, 22 Jun 2019 02:35 AM (IST)Updated: Sat, 22 Jun 2019 09:02 AM (IST)
पटना, जेएनएन। दीघा-आशियाना रोड के पंचवटी ज्वेलर्स में डकैती करने वाले लुटेरे पूरी तैयारी करके आए थे। ज्वेलरी शोरूम के मालिक और स्टाफ के अनुसार, इनमें से दो लुटेरे दो दिन पहले रेकी करने आए थे। इतना ही नहीं, लुटेरे ज्वेलरी और नकद लूट कर ले जाने वाला बैग भी साथ लाए थे। सभी ने दुकान में घुसने के बाद 20 से 25 मिनट में जल्दी-जल्दी सामान समेटा और निकल भागे।
हल्की दाढ़ी रखे हुए था सरगना
स्टाफ के अनुसार, एक अपराधी ने हल्की दाढ़ी रखी हुई थी जो सभी का सरगना था। उसने दुकान में घुसते ही फिल्मी स्टाइल में कुर्सी खींची और दुकान मालिक के सामने बैठ गया। दुकान मालिक कुछ बोलते इसके पहले उसने कमर से दोनों हाथों में पिस्टल निकाली। लूटपाट होने तक करीब बीस मिनट तक उसने मालिक के सामने पिस्टल ताने रखी। अंदर छह स्टाफ थे। जो सहम गए। जब तक डकैत थे तब तक वहां से किसी ने हिलने का भी प्रयास नहीं किया।
दुकान के अंदर से बाहर की कर चुके थे रेकी
दुकान के बाहर दो कैमरे लगे थे। सामने एक एटीएम और आसपास की चार दुकानों में भी सीसीटीवी कैमरे लगे थे। बदमाश किस वाहन से आए थे, पुलिस को इस बात की भी खबर अभी तक नहीं मिल पाई है। पुलिस को अंदेशा है कि दुकान के बाहर लगे कैमरे में गाड़ी का नंबर आने के डर से अपराधियों ने थोड़ी दूर पर बाइक या कार लगाई होगी। उन्हें इस बात की जानकारी थी कि कौन से कैमरे का दिशा और रेंज कहां तक कवर कर रहा है। गार्ड दीपू लाल ने बताया कि उसे जब बदमाश गेट से दुकान के अंदर खींच रहे थे तो एक बदमाश यह बोल रहा था कि कैमरे से बचकर।
दुकान के स्टाफ दिलखुश ने बताया कि इसमें दो बदमाश दो तीन दिन पहले दुकान में आए थे। उनका चेहरा देखने से ऐसा लगा रहा था। दोनों बदमाशों ने ही अपने अन्य साथियों को लूटपाट के बाद बताया कि डीवीआर कहां रखा हुआ है और उसे उखाड़ लिया। घटना के बाद जब पुलिस ने आसपास के दुकानों में लगे सीसीटीवी कैमरे को खंगालना शुरू किया तो बदमाश एक साथ निकलते नजर नहीं आए। शुरुआत में पुलिस को दो संदिग्ध बैग लेकर जाते दिखे, पर पड़ताल में पता चला कि वह दोनों छात्र थे। कुछ बदमाश दुकान के अंदर आते तो दिख रहे है पर सभी कैमरे से बचते नजर आए। ताकि उनका चेहरा कैमरे में न आए।
पर्दे की आड़ में होने से बच गए तीन गहने
बदमाशों को इस बात की जानकारी पूरी थी कि इस दुकान में ऑर्टिफिशियल गहने नहीं रखे जाते हैं। दुकान मालिक रत्नेश शर्मा ने बताया कि लुटेरे जब दुकान में घुसे थे तो उनका हाथ गलती से जेब में चला गया है। इतने पर सामने दोनों हाथों में पिस्टल लेकर बैठे बदमाश ने गाली गलौज करते हुए पिस्टल की बट से तीन बार उनके सिर पर वार किया और मोबाइल छीन लिया। उनके सामने ही बदमाश दुकान लूट रहे थे। बदमाश बॉक्स खोलकर जेवर देख रहे थे। फिर बॉक्स सहित उसे बैग में भर रहे थे। सभी बदमाशों के हाथ में बैग था।
यहां तक की लॉकर खोलकर उसमें रखे जेवरों को भी बैग में भर लिया। सारा दुकान बीस मिनट में साफ कर दिए। सिर्फ तीन जेवर दुकान में बचे थे। जो पर्दे की आड़ में थे। स्थानीय भाषा में बात कर रहे थे सभी बदमाश दुकान के स्टाफ की मानें तो कोई बदमाश नकाब में नहीं था। सभी एक दूसरे से बिना नाम लिए स्थानीय भाषा में ही बातचीत कर रहे थे। उनकी बातों से यह लग रहा था कि उन्हें इस बात की भनक थी कि पुलिस अभी नहीं आने वाली है। इसके साथ ही दो बदमाश दुकान के बाहर खड़े थे। जिसमें से एक बदमाश बार बार अंदर आ रहा था और सरगना को बाहर के माहौल के बारे में जानकारी दे रहा था। एक बदमाश यह भी बोल रहा था कि बाहर सड़क पर भीड़ कम है।
हल्की दाढ़ी रखे हुए था सरगना
स्टाफ के अनुसार, एक अपराधी ने हल्की दाढ़ी रखी हुई थी जो सभी का सरगना था। उसने दुकान में घुसते ही फिल्मी स्टाइल में कुर्सी खींची और दुकान मालिक के सामने बैठ गया। दुकान मालिक कुछ बोलते इसके पहले उसने कमर से दोनों हाथों में पिस्टल निकाली। लूटपाट होने तक करीब बीस मिनट तक उसने मालिक के सामने पिस्टल ताने रखी। अंदर छह स्टाफ थे। जो सहम गए। जब तक डकैत थे तब तक वहां से किसी ने हिलने का भी प्रयास नहीं किया।
दुकान के अंदर से बाहर की कर चुके थे रेकी
दुकान के बाहर दो कैमरे लगे थे। सामने एक एटीएम और आसपास की चार दुकानों में भी सीसीटीवी कैमरे लगे थे। बदमाश किस वाहन से आए थे, पुलिस को इस बात की भी खबर अभी तक नहीं मिल पाई है। पुलिस को अंदेशा है कि दुकान के बाहर लगे कैमरे में गाड़ी का नंबर आने के डर से अपराधियों ने थोड़ी दूर पर बाइक या कार लगाई होगी। उन्हें इस बात की जानकारी थी कि कौन से कैमरे का दिशा और रेंज कहां तक कवर कर रहा है। गार्ड दीपू लाल ने बताया कि उसे जब बदमाश गेट से दुकान के अंदर खींच रहे थे तो एक बदमाश यह बोल रहा था कि कैमरे से बचकर।
दुकान के स्टाफ दिलखुश ने बताया कि इसमें दो बदमाश दो तीन दिन पहले दुकान में आए थे। उनका चेहरा देखने से ऐसा लगा रहा था। दोनों बदमाशों ने ही अपने अन्य साथियों को लूटपाट के बाद बताया कि डीवीआर कहां रखा हुआ है और उसे उखाड़ लिया। घटना के बाद जब पुलिस ने आसपास के दुकानों में लगे सीसीटीवी कैमरे को खंगालना शुरू किया तो बदमाश एक साथ निकलते नजर नहीं आए। शुरुआत में पुलिस को दो संदिग्ध बैग लेकर जाते दिखे, पर पड़ताल में पता चला कि वह दोनों छात्र थे। कुछ बदमाश दुकान के अंदर आते तो दिख रहे है पर सभी कैमरे से बचते नजर आए। ताकि उनका चेहरा कैमरे में न आए।
पर्दे की आड़ में होने से बच गए तीन गहने
बदमाशों को इस बात की जानकारी पूरी थी कि इस दुकान में ऑर्टिफिशियल गहने नहीं रखे जाते हैं। दुकान मालिक रत्नेश शर्मा ने बताया कि लुटेरे जब दुकान में घुसे थे तो उनका हाथ गलती से जेब में चला गया है। इतने पर सामने दोनों हाथों में पिस्टल लेकर बैठे बदमाश ने गाली गलौज करते हुए पिस्टल की बट से तीन बार उनके सिर पर वार किया और मोबाइल छीन लिया। उनके सामने ही बदमाश दुकान लूट रहे थे। बदमाश बॉक्स खोलकर जेवर देख रहे थे। फिर बॉक्स सहित उसे बैग में भर रहे थे। सभी बदमाशों के हाथ में बैग था।
यहां तक की लॉकर खोलकर उसमें रखे जेवरों को भी बैग में भर लिया। सारा दुकान बीस मिनट में साफ कर दिए। सिर्फ तीन जेवर दुकान में बचे थे। जो पर्दे की आड़ में थे। स्थानीय भाषा में बात कर रहे थे सभी बदमाश दुकान के स्टाफ की मानें तो कोई बदमाश नकाब में नहीं था। सभी एक दूसरे से बिना नाम लिए स्थानीय भाषा में ही बातचीत कर रहे थे। उनकी बातों से यह लग रहा था कि उन्हें इस बात की भनक थी कि पुलिस अभी नहीं आने वाली है। इसके साथ ही दो बदमाश दुकान के बाहर खड़े थे। जिसमें से एक बदमाश बार बार अंदर आ रहा था और सरगना को बाहर के माहौल के बारे में जानकारी दे रहा था। एक बदमाश यह भी बोल रहा था कि बाहर सड़क पर भीड़ कम है।
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