PMCH News: पीएमसीएच में नई व्यवस्था के पहले ही दिन भगदड़, डॉक्टर फंसे; जाम लगा और बैरिकेडिंग भी उखाड़ी
PMCH News बिहार की राजधानी पटना में पीएमसीएच में नई ओपीडी के सामने का रास्ता बंद होने से मंगलवार को भगदड़ मच गई। मरीजों और उनके स्वजनों ने बैरिकेडिंग तक उखाड़ दी। सुरक्षाकर्मियों ने हस्तक्षेप कर आवागमन सुचारू कराया। अस्पताल के दोनों हिस्सों में वरिष्ठ डॉक्टर भी फंसे रहे। बता दें कि निर्माण कार्य के कारण वाहनों के लिए वैकल्पिक मार्ग बंद कर दिया गया है।
जागरण संवाददाता, पटना। पीएमसीएच में नई ओपीडी के सामने का रास्ता बंद करने के पहले ही दिन मंगलवार को इस नई व्यवस्था का कुप्रभाव देखने को मिला।
सुबह लगभग पौने 11 बजे जब रोगियों की भीड़ बढ़ी तो ओपीडी के सामने भगदड़ मच गई। इस बीच, मरीजों व उनके स्वजन ने ओपीडी के आगे लगाई गई बैरिकेडिंग उखाड़ दी।
इसके बाद सुरक्षाकर्मी एकजुट हुए और ओपीडी के रोगियों को अंदर कर आवागमन को सुचारू किया। रास्ता बंद करने से रोगियों को हो रही परेशानी देख जूनियर डाक्टर व चिकित्साकर्मी भी उनका समर्थन करते दिखे। अस्पताल के दोनों हिस्सों में वरिष्ठ डाक्टर भी फंसे रहे, जिससे उन्हें निर्धारित कार्य करने में देर हुई।
OPD से वार्ड भेजे जाने वाले रोगियों के स्वजन को सर्वाधिक परेशानी
पीएमसीएच को विश्व का दूसरा सबसे बड़ा अस्पताल बनाने के लिए निर्माण कार्य जोरों पर है। परिसर में खोदाई से जमीन धंसने की आशंका को देखते हुए वाहनों के लिए नई ओपीडी के सामने से बने वैकल्पिक मार्ग को वाहनों के लिए बंद कर दिया गया है।
वाहन नहीं जा सकें, इसलिए टनल मार्ग के बीच में अवरोधक रखे गए थे। इससे सबसे अधिक परेशानी ओपीडी से वार्ड में भर्ती होने वाले मरीजों व उनके स्वजन को हो रही थी।
कई लोग अपने मरीजों को कंधे या पीठ पर लादकर शिशु या हथुआ वार्ड ले जाते दिखे। वहीं शिशु, मेडिसिन, ईएनटी, आई, मनोरोग, टीबी, प्रसूति रोग जैसे विभागों में भर्ती मरीजों के स्वजन को जांच रिपोर्ट या अन्य कार्य से मुख्य इमरजेंसी आना पड़ता है।
नई ओपीडी के सामने रास्ता सकरा होने के कारण बड़ी संख्या में मरीज खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। इससे वहां जाम की स्थिति बन गई थी।
मरीजों की सुरक्षा को देखते हुए रास्ता बंद किया : अधीक्षक
नई ओपीडी के समय जमा भीड़ एक समय इतनी आक्रोशित हो गई थी कि वहां खड़े सुरक्षाकर्मी भी चुपचाप निकल लिए।
वेल्डिंग कर लगाए अवरोधक को जब लोगों ने तोड़ दिया, तब सुरक्षाकर्मी जमा हुए और किसी प्रकार आवागमन शुरू कराया।
अधीक्षक डा. आइएस ठाकुर ने बताया कि मरीजों की सुरक्षा व संरक्षा को देखते हुए रास्ता बंद किया गया है। डाक्टर, मरीज या उनके स्वजन पैदल आ-जा सकते हैं।
जिन मरीजों को टाटा, हथुआ, शिशु वार्ड व स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग आना है, वे मखनिया कुआं गेट से वाहन या अन्य साधन से आ सकते हैं। जिन्हें सर्जिकल इमरजेंसी या राजेंद्र सर्जिकल ब्लाक आना-जाना है, वे जेपी गंगा पथ से आवाजाही कर सकते हैं।
जो रास्ता बंद है, वहां से सभी को पैदल ही आना-जाना करना होगा। मरीज या स्वजन प्राचार्य कार्यालय के पास बंसीघाट होते हुए भी जेपी गंगा पथ से आ-जा सकते हैं।