बिहार: NDA का भाईचारा भोज, लजीज व्यंजनों का कुशवाहा ने बिगाड़ा स्वाद
पटना में गुरुवार को भाईचारा भोज में एनडीए के नेताओं की जुटान थी। लेकिन रालोसपा नेता उपेंद्र कुशवाहा के शामिल नहीं होने से भोज के व्यंजनों के जायके में 'चीनी कम' जैसा स्वाद रहा।
पटना [राज्य ब्यूरो]। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के भोज में गुरुवार को व्यंजन लजीज थे, भीड़ भी जुटी, लेकिन रालोसपा प्रमुख और केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा की अनुपस्थिति से 'चीनी कम' जैसा माहौल बना। इस संबंध में मीडिया में कुछ बोलने से कुशवाहा ने परहेज किया और पार्टी के दो प्रमुख नेताओं को भोज में भेजा।
गुरुवार को ज्ञान भवन में भाजपा की ओर से यह भोज आयोजित था। भोज में भाग लेने वालों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान, उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी, भाजपा के बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव, केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, राधामोहन सिंह और अश्विनी कुमार चौबे शामिल थे।
रालोसपा ने अपनी महत्वाकांक्षा प्रकट कर दी
रालोसपा की ओर से राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नागमणि और सीतामढ़ी से रालोसपा सांसद रामकुमार शर्मा भोज में शामिल हुए। राजग नेताओं ने गठबंधन में एकजुटता दिखाने के लिए नागमणि और रामकुमार शर्मा को कुछ अधिक तवज्जो भी दी। हालांकि, इसका असर रालोसपा नेताओं पर नहीं दिखा।
भोज के बाद उन्होंने अपने नेता और पार्टी की महत्वाकांक्षा मीडिया के सामने प्रकट की। नागमणि ने साफ कहा कि जदयू से ज्यादा सांसद रालोसपा के हैं। पार्टी का जनाधार भी बढ़ा है। कई दिग्गज नेता रालोसपा से जुड़े हैं। गठबंधन में पार्टी की हिस्सेदारी यानी सीटों की संख्या बढऩी चाहिए।
भोज के पहले वार्ता को इच्छुक थे कुशवाहा
राजग के वरिष्ठ नेताओं के अनुसार पटना में भोज से पहले उपेंद्र कुशवाहा चाहते थे कि उनसे भाजपा का नेतृत्व बातचीत करे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से मुलाकात कर चुके हैं।
अकाली दल से भी उनकी मुलाकात होने वाली है। अमित शाह का उपेंद्र कुशवाहा से नहीं मिलना भी उन्हें नागवार गुजरा है। हालांकि, कुशवाहा ने बिहार भाजपा अध्यक्ष नित्यानंद राय को फोन कर भोज में शामिल नहीं होने की जानकारी पहले दे दी थी।
राजग के भोज में नहीं आने पर कुशवाहा ने साधी चुप्पी
ज्ञान भवन में राजग के भोज में शामिल न होने पर रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व केन्द्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा ने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि सरकारी काम की व्यस्तता के कारण वे पटना नहीं आ सके, लेकिन भोज में राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नागमणि, प्रदेश अध्यक्ष भूदेव चौधरी, सांसद रामकुमार शर्मा समेत पार्टी के कई वरीय नेता भोज में शामिल हुए।
पटना में पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक आहूत थी, लेकिन मेरे नहीं आने के कारण इसे स्थगित कर देना पड़ा। भोज में शामिल नहीं होने को लेकर किसी तरह का कयास लगाया जाना उचित नहीं है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हमें पूरा भरोसा है और राजग अटूट है।