अब भूत-प्रेत, गिरगिटिया-खिट्टपिट्टिया... छा गया है लालू का गंवई अंदाज, निशाने पर नीतीश कुमार
राजद सुप्रीमो लालू यादव का अपना स्टाइल रहा है। उनका गंवई अंदाज फेमस रहा है। इन दिनों उनका रिम्स में इलाज चल रहा है पर वे ट्विटर पर बने हुए हैं। निशाने पर सीएम नीतीश कुमार हैं।
पटना, राजेश ठाकुर। बिहार की सियासत हो या देश की, राजद सुप्रीमो लालू यादव (Lalu Yadav) का अपना स्टाइल (Style) रहा है। उनका गंवई अंदाज (Rural Style) फेमस रहा है। यह अंदाज उनका राजनीति के मैदान से लेकर सोशल साइट पर आए दिन देखने को मिलता है। हालांकि, इन दिनों उनका रांची के रिम्स (RIMS) में इलाज चल रहा है, पर वे सोशल प्लेटफॉर्म (Social Platform) पर लगातार बने हुए हैं। ताबड़तोड़ ट्वीट (Tweet) कर रहे हैं। निशाने पर सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) हैं। लेकिन इस ताबड़तोड़ ट्वीट में अपना गंवई अंदाज को नहीं छोड़ रहे हैं। अब तो इसमें भूत-प्रेत, गिरगिटिया, खिट्टपिट्टिया आदि ने भी इंट्री मार ली है।
यूं कहें कि नए साल में राजद सुप्रीमो लालू यादव पूरी तरह चुनावी मूड में आ गए हैं। वे अचानक से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) पर हमले पर हमले करने लगे हैं। नए साल के पांच दिनों में लालू ने छह ट्वीट किए हैं। इनमें से चार में उन्होंने नीतीश कुमार को घेरा है। उनके निशाने पर सुशील मोदी (Sushil Modi) भी रहे हैं और काफी कम शब्दों में ही उन्होंने केंद्र को भी निशाने पर लिया है। पोस्टर वार पर भी तंज कसा है, पर उन्होंने गंवई बोली (Rural Language) को नहीं छोड़े हैं। रविवार को किए गए इस ट्वीट में इसे आप देख सकते हैं- 'एक गिरगिटिया दूसरा खिट्टपिट्टिया...'
एक गिरगिटिया दूसरा खिट्टपिट्टिया
कुल जोड़ मिला के शासन घटिया #2020_हटाओ_नीतीश— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) January 5, 2020
दरअसल, राजद सुप्रीमो लालू यादव ने रविवार को अपने ताजा ट्वीट में लिखा है- 'एक गिरगिटिया दूसरा खिट्टपिट्टिया, कुल जोड़ मिला के शासन घटिया...' और इसके हैश टैग में '#2020_हटाओ_नीतीश' दिया है। बता दें कि यह नारा उन्होंने शनिवार को जारी किया था। इसमें उन्होंने लिखा था- 'दो हज़ार बीस, हटाओ नीतीश'।
नीति आयोग और केंद्र सरकार ने नीतीश के कुशासन को पूरे देश मे फिसड्डी साबित करते हुए ज़ीरो बट्टा अंडा दिया है।
तनिक उनसे भी चेक कर लो अपने 15 साल का हिसाब। करिएगा या ख़ाली पोस्टर मे ही फड़फड़ाइयेगा?
जब पंख ना हो तो उड़ने की ज़िद नहीं करते
बेकार गिर पड़ घायल हो जाएँगे,क्या फ़ायदा pic.twitter.com/KBEAUje0q5 — Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) January 4, 2020
इतना ही नहीं, चुनावी नारा देने के बाद शनिवार को ही अपराह्न बाद उन्होंने दूसरा ट्वीट किया था, जिसमें एक बार फिर नीतीश सरकार के विकास पर कड़ा प्रहार किया। लालू ने अपने गंवई अंदाज में नीति आयोग की रिपोर्ट के बहाने बिहार के विकास को 'जीरो बट्टा अंडा' करार दिया। उन्होंने ट्वीट किया- 'नीति आयोग और केंद्र सरकार ने नीतीश के कुशासन को पूरे देश मे फिसड्डी साबित करते हुए ज़ीरो बट्टा अंडा दिया है। तनिक उनसे भी चेक कर लो अपने 15 साल का हिसाब। करिएगा या ख़ाली पोस्टर मे ही फड़फड़ाइयेगा? जब पंख ना हो तो उड़ने की ज़िद नहीं करते, बेकार गिर-पड़ घायल हो जाएँगे, क्या फ़ायदा...।'
इस बार जनता कसके वोट की झाड़-फूँक से इनके सारे भूत-प्रेत छुड़ा देगी।
विकराल बेरोजग़ारी, महँगाई, ध्वस्त विधि व्यवस्था, बदहाल शिक्षा व्यवस्था और घूसख़ोरी जैसे सतही भूत-प्रेती और डरावने मुद्दों की बात नहीं करके छलिया लोग जनता को भ्रमित करने के लिए भुतही बातें कर रहे है। https://t.co/lXZLPWZQ1x" rel="nofollow — Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) January 3, 2020
नए साल में लालू ने अपने ट्वीट में 'भूत-प्रेत' की इंट्री कर दी थी। दरअसल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि लालू ने सीएम आवास में भूत छोड़कर गए थे। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि हमलोग भूत-प्रेत पर विश्वास नहीं करते हैं। लेकिन मुख्यमंत्री के बयान के बाद भूत की सियासत में तमाम दल कूद पड़े। एनडीए में शामिल दल नीतीश के बयान को जायज ठहराने में लग गए तो महागठबंधन में शामिल दल के नेताओं ने पलटवार करने में लग गए। तब खुद लालू सामने आए और भूत की सियासत को जनता से जोड़ते हुए ट्वीट किया- 'इस बार जनता कसके वोट की झाड़-फूँक से इनके सारे भूत-प्रेत छुड़ा देगी। विकराल बेरोजग़ारी, महंगाई, ध्वस्त विधि व्यवस्था, बदहाल शिक्षा व्यवस्था और घूसख़ोरी जैसे सतही भूत-प्रेती और डरावने मुद्दों की बात नहीं करके छलिया लोग जनता को भ्रमित करने के लिए भुतही बातें कर रहे हैं।'