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नवरात्र में परेशान हैं लालू यादव, मुसीबत बनी डॉक्टरों की सलाह ...जानिए

बीमार राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को रिम्स अस्पताल में अंडे दिए जाते थे लेकिन आजकल नवरात्र की वजह से वो शाकाहारी खाना खा रहे। एेसे में उन्हें प्रोटीन की कमी हो सकती है।

By Kajal KumariEdited By: Published: Tue, 16 Oct 2018 09:32 AM (IST)Updated: Tue, 16 Oct 2018 03:30 PM (IST)
नवरात्र में परेशान हैं लालू यादव, मुसीबत बनी डॉक्टरों की सलाह ...जानिए
नवरात्र में परेशान हैं लालू यादव, मुसीबत बनी डॉक्टरों की सलाह ...जानिए

 पटना/रांची [जेएनएन]। रिम्स के पेइंग वार्ड में भर्ती लालू प्रसाद की नवरात्र में आहार को लेकर मुश्किलें बढ़ी हुई हैं। एक ओर लालू प्रसाद कई बीमारियों से घिरे हुए हैं और उन्हें डायटीशियन की ओर से प्रोटीन का सेवन उचित मात्रा में करने की सलाह दी गई है। प्रोटीन की खुराक पूरी करने के लिए नवरात्र से पूर्व वह तीन-चार अंडों का सेवन किया करते थे। लेकिन जबसे नवरात्र शुरू हुआ है लालू शाकाहारी भोजन कर रहे हें।

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ऐसे में डाइट में प्रोटीन की मात्रा में अंतर होने से उनका स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है। रिम्स की डायटीशियन मीनाक्षी ने बताया कि दो सप्ताह पहले इस मामले में उनकी ओर से लालू प्रसाद को डाइट को लेकर सलाह दी गई थी। लालू परेशान हैं कि वह नवरात्र में डाइट चार्ट के अनुसार भोजन कैसे लें। 

फिलहाल खुद कर रहे भोजन की व्यवस्था 

लालू को फिलहाल रिम्स प्रबंधन की ओर से उन्हें आहार नहीं दिया जा रहा है। रिम्स अधीक्षक डॉ. विवेक कश्यप ने बताया कि पेइंग वार्ड में व्यक्तिगत स्तर पर भोजन का प्रबंध करने का नियम है।

लालू प्रसाद को डाइट चार्ट दिया हुआ है। उसके हिसाब से उन्हें अपना भोजन लेना है और ध्यान रखना है। उनका इलाज कर रहे डॉ. उमेश प्रसाद ने बताया था कि ब्लड शुगर का लगातार उतार-चढ़ाव तो हो ही रहा है। नवरात्र के कारण भी खान-पान में लालू प्रसाद का शाकाहार पर ध्यान है।

मेमोरी लॉस का खतरा 

प्रसिद्ध मनोचिकित्सक डॉ. पवन कुमार वर्णवाल ने बताया कि जो व्यक्ति क्रोनिक किडनी डिजीज और ब्लड शुगर में उतार-चढ़ाव की बीमारी से पीडि़त हैं। उन्हें खाना और मेडिसिन दोनों को ही संतुलित मात्रा में लेना जरूरी है। ब्लड शुगर में ज्यादा उतार-चढ़ाव से किडनी प्रभावित हो सकता है, जिससे डायबिटीज नेफ्रोपैथी डेवलप होता है। क्रोनिक किडनी डिजीज वाले व्यक्ति के ब्रेन पर भी सीधा प्रभाव पड़ता है।

30 फीसद लोगों को डिप्रेशन होना तय है। इसमें मरीज काफी उदास होता है। ऐसी हालत में स्यूडो मेमोरी लॉस हो सकता है। यह डिप्रेशन की अवस्था तक में रहती है। जिस व्यक्ति की उम्र 65 साल से ज्यादा हो, उन्हें मेमोरी लॉस का खतरा ज्यादा रहता है।

शिवानंद तिवारी ने जताई थी चिंता 

पिछले दिनों जब बेटी रोहिणी यादव और राजद के उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी लालू से मिलने पहुंचे थे, तो शिवानंद तिवारी ने लालू प्रसाद की ठीक तरीके से देखरेख नहीं होने की बात कही थी। बताते चलें कि लालू प्रसाद को पहले रिम्स के कार्डियोलॉजी विंग में भर्ती कराया गया था। जहां लालू प्रसाद ने कुत्तों के भौंकने की आवाज से नींद में खलल आने की शिकायत की थी। जिसके बाद उन्हें रिम्स के पेइंग वार्ड में डाला गया है।


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