लालू यादव की हालत बिगड़ी, डॉक्टरों की चिंता बढ़ी, खान-पान पर लगाई रोक
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की तबीयत इन दिनों ज्यादा खराब चल रही है। उनके यू्रिन का इंफेक्शन बढ़ गया है और पेशाब में खून आ रहा है। इसे लेकर अस्पताल के डॉक्टर्स चिंतित हैं।
पटना/रांची। रांची के रिम्स के पेइंग वार्ड में भर्ती चारा घोटाले के सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव का यूरिन इंफेक्शन इन दिनों काफी बढ़ गया है, जिसकी वजह से उनके पेशाब में खून आ रहा है। रिम्स में लालू प्रसाद का यूरिन कल्चर जांच कराने पर कोलानी काउंट 80 हजार पाया गया, है जो सामान्य से ज्यादा है। लालू का यूरिन अब रिम्स के निजी जांच घर में भेजा गया है।
जांच के बाद रिपोर्ट आने के बाद डॉक्टर इलाज को लेकर आगे की रणनीति तय करेंगे। लालू का इलाज कर रहे मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ. उमेश प्रसाद ने कहा कि एंटीबायोटिक शुरू किया गया है। उन्होंने बताया कि लालू यादव की बीमारियों से लड़ने की क्षमता (इम्युनिटी) भी कम हुई है।
चिकित्सकों की सहमति के बाद ही दूसरे तल्ले पर शिफ्ट किया जाएगा
रिम्स के पेइंग वार्ड में इलाज करा रहे लालू प्रसाद को चिकित्सकों की सहमति के बाद ही दूसरे तल्ले पर शिफ्ट किया जाएगा। दरअसल रिम्स के पेइंग वार्ड का दो दिनों पहले जेल प्रशासन ने निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान कुछ बिंदुओं पर जेल प्रशासन की आपत्ति थी, जिस पर रिम्स प्रबंधन ने कार्रवाई करते हुए चिकित्सकों को पत्र लिखा है।
फिलहाल लालू के इलाज में विभिन्न विभागों के चिकित्सक हैं। इसमें मेडिसिन, यूरो सर्जरी विभाग, कार्डियोलॉजी विभाग सहित अन्य विभाग के चिकित्सक शामिल हैं। अब उनकी सहमति पर ही लालू को दूसरे कमरे में शिफ्ट किया जा सकता है।
खिड़की को बताया था असुरक्षित
लालू प्रसाद का इलाज जिस कमरे में हो रहा है, उसकी खिड़की सुरक्षित नहीं है। इसलिए कमरों को बदलने के पहले रिम्स प्रबंधन ने लालू प्रसाद का इलाज कर रहे चिकित्सकों से उनकी राय मांगी है। ताकि इलाज संबंधी कोई परेशानी न हो। बताया जा रहा है कि वर्तमान में उनका कमरा पेइंग वार्ड के पहले तल्ले पर है, जिसे दूसरे तल्ले पर शिफ्ट करने की तैयारी चल रही है।
पेइंग वार्ड में ही बनेगा लालू का खाना
रांची में रिम्स के पेइंग वार्ड में इलाजरत लालू प्रसाद यादव को रिम्स प्रबंधन की ओर से बाहरी खाने में पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। लालू का इलाज कर रहे चिकित्सकों ने बीते दिनों लालू के डायट में बदलाव किए थे। जिसके बाद से लालू को नॉन वेज खाने पर रोक लगा दी गई थी।
बुधवार को रिम्स अधीक्षक डॉ विवेक कश्यप ने बताया कि लालू के स्वास्थ्य को लेकर रिम्स काफी सावधानी बरत रहा है। उनके खानपान का असर भी उनके सेहत पर असर डाल रहा है। लालू की सेहत को ध्यान में रखते हुए बाहर का खाना बंद कर दिया गया है। बाहर से सिर्फ रॉ मैटेरियल लिया जा रहा है। जिसे पेइंग वार्ड में ही चिकित्सकों के दिए डायट के अनुसार बनाकर लालू को दिया जा रहा है। लालू के खान-पान को लेकर जेल प्रशासन की ओर से कोई पाबंदी नहीं लगाई गई है।
कहा-रिम्स के अधीक्षक ने
बिना चिकित्सकों की सहमति के लालू प्रसाद को दूसरे कमरे में शिफ्ट नहीं किया जा सकता है। इसके लिए उन्हें पत्र भी लिखा गया है, ताकि कोई उचित निर्णय लिया जा सके।
-डॉ. विवेक कश्यप, रिम्स अधीक्षक।
कई बीमारियों से पीड़ित हैं लालू प्रसाद
डॉ. उमेश प्रसाद ने बताया कि लालू प्रसाद क्रोनिक किडनी फेल्योर (स्टेज थ्री) से पीड़ित हैं। इसके अलावा प्रोस्टेट, हाइपर यूरीसिमिया, पेरियेनल इंफेक्शन, किडनी स्टोन, फैटी लीवर आदि की भी समस्या है। उनका प्रोस्टेट बढ़ा हुआ है।
पहले से ही उनका किडनी लगभग 45 प्रतिशत काम कर रहा है। वह किडनी रोग के पुराने (सीकेडी स्टेज थ्री) मरीज हैं। लंबे समय से उन्हें डायबिटीज है। प्रतिदिन इंसुलिन दिया जा रहा है। डॉ. प्रसाद ने बताया कि उनकी बीमारियों के उतार चढ़ाव को देखते हुए सेहत की मॉनीटरिंग नियमित रूप से की जा रही है।