लालू के लिए CBI जज को फोन से RJD का इन्कार, शिवानंद बोले- कार्रवाई करें
सीबीआइ के जज को लालू के पक्ष में फोन करने की बात ने तूल पकड़ लिया है। राजद नेताओं ने इसका खंडन करते हुए इसे भाजपा की साजिश बताया है।
पटना [राज्य ब्यूरो]। चारा घोटाले में दोषी करार दिए गए लालू प्रसाद की पैरवी के लिए जज के पास राजद नेताओं के फोन के बाद बिहार में नई बहस छिड़ गई है। इस मामले में जज के खुलासे के बाद राजद नेताओं ने भी बयानबाजी शुरू कर दी है। इस बीच अदालत ने लालू प्रसाद यादव को साढ़े तीन साल कारावास की सजा दी है।
लालू को सजा सुनाए जाने के पहले पार्टी के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह एवं शिवानंद तिवारी ने मोर्चा संभाल लिया। रघुवंश ने कहा कि ऐसी साजिश भाजपा के लोग ही कर सकते हैं। भाजपा चाहती है कि जज साहब गुस्से में आकर लालू प्रसाद को कड़ी सजा दे दें। शिवानंद तिवारी ने कहा कि अगर ऐसा कोई फोन किया गया है तो जज को कार्रवाई करनी चाहिए।
रघुवंश बोले, भाजपा कर रही साजिश
विदित हो कि चारा घोटाले की सुनवाई कर रहे सीबीआइ की विशेष अदालत के जज ने गुरुवार को कोर्ट रूम में लालू से कहा था कि आपके लोगों का फोन भी आ रहा है, लेकिन मैं फैसला विधि सम्मत लूंगा। जज के पास राजद के किसी नेता के फोन को खारिज करते हुए रघुवंश ने कहा कि साजिश करने में भाजपा के नेताओं को महारत हासिल है।
शिवानंद ने कहा, किसी ने नहीं किया फोन
राबड़ी देवी से मिलने के बाद शिवानंद तिवारी ने जज को फोन करके प्रभावित करने की बात का खंडन किया और कहा कि राजद के किसी नेता ने फोन नहीं किया। अगर किसी ने फोन किया है तो जज को चुप्पी तोड़कर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। लालू को कम सजा की उम्मीद जताते हुए शिवानंद तिवारी ने मधु कोड़ा के मामले का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि जब कोड़ा को जमानत मिल सकती है तो लालू को क्यों नहीं?