तेजस्वी RJD नेताओं का मन टटोलने के बाद मायावती-अखिलेश से मिलने लखनऊ रवाना
पटना में राजद की रविवार को महत्वपूर्ण बैठक हुई है।बैठक में लोकसभा चुनाव को लेकर बनने वाली रणनीति पर खाका खींचा गया है। नेताओं का मन टटोला गया है। अब अखिलेश व मायावती से मिलने लखनऊ गए।
पटना [जेएनएन]। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पटना में रविवार को बैठक करने के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव और बसपा प्रमुख मायावती से मिलने के लिए लखनऊ के लिए रवाना हो गए। वे रविवार की रात फ्लाइट से निकले। बताया जाता है कि तेजस्वी वहां दो दिन रहेंगे। इस दौरान वे मायावती और अखिलेश यादव से अलग-अलग मिलेंगे।
बता दें कि इसके पहले आज ही पटना में राजद की महत्वपूर्ण बैठक हुई है। माना जा रहा है कि तेजस्वी आवास पर हुई इस बैठक में महागठबंधन में राजद की भूमिका से लेकर लोकसभा चुनाव को लेकर बनने वाली रणनीति पर खाका खींचा गया है। सीट शेयरिंग पर भी जिलों के नेताओं का मन टटोले जाने की खबर है। इसमें 11 जिलों के विधायकों से लेकर जिलाध्यक्षों तक को बुलाया गया था। हालांकि पहले तो राजद की ओर से सिर्फ यही कहा गया कि यह बैठक कर्पूरी जयंती को समारोह पूर्वक मनाने की तैयारी करने को लेकर बुलाई गई। यह काेई राजनीतिक बैठक नहीं थी। बाद में राजद के वरीय नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने मीडिया से कहा कि चुनाव में बूथ मैनेजमेंट को लेकर भी बात हुई। नीतीश कुमार को 2020 में जाेरदार पटकनी देनी है।
दरअसल राजद की हुई बैठक में पार्टी के प्रभाव वाले 11 जिलों के विधायकों व विधान पार्षदों के साथ ही अध्यक्षों को भी बुलाया गया था। इसके साथ ही नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के अलावा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी, प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे, पूर्व मंत्री आलोक मेहता व अन्य पूर्व मंत्री मौजूद थे।
हालांकि पार्टी की ओर से केवल इतना ही कहा गया है कि रविवार को हुई बैठक में राजनीति पर कोई चर्चा नहीं हुई है। इसमें कर्पूरी ठाकुर के जयंती समारोह की तैयारी को लेकर पटना महानगर के निकट के 11 ज़िलों के राजद विधायक, विधान पार्षद, जिला अध्यक्ष एवं विभिन्न प्रकोष्ठों के प्रभारियों के साथ हुई। इसकी अध्यक्षता तेजस्वी यादव ने की। बैठक को राजद के वरीय नेताओं ने संबोधित किया। संबोधित करनेवालों में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह, शिवानंद तिवारी, रामचंद्र पूर्वे, आलोक मेहता आदि प्रमुख रहे। 24 जनवरी को पटना के मिलर स्कूल में जयंती समारोह मनाया जाएगा।
बहरहाल राजनीतिक गलियारों में हो रही चर्चा के अनुसार इतने दिग्गज नेताओं के बीच केवल कर्पूरी जयंती समारोह की तैयारी तक मामला सिमट कर नहीं रहेगा। यह बात शायद किसी को पचे भी नहीं। सूत्रों की मानें तो लोकसभा चुनाव की पार्टी स्तर पर हो रही तैयारी पर बातें हुई हैं। यह भी कहा जा रहा है कि सीट शेयरिंग पर नेताओं के मन को भी टटोला गया है। वहीं बाद में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने मुहर लगा दी कि चुनाव को लेकर भी बात हुई है। बूथ मैनेजमेंट से लेकर नीतीश सरकार को उखाड़ फेंकने तक पर बात हुई।