लालू के जेल जाने के बाद तेजस्वी ने दिखाया आक्रामक तेवर, जानिए क्या कहा
लालू के जेल जाने के बाद आज पहली बार राबड़ी आवास पर राजद की अहम बैठक हुई जिसका नेतृत्व तेजस्वी यादव ने किया। तेजस्वी अब बिल्कुल आक्रामक तेवर में दिखे और कहा कि राजद मजबूते है।
पटना [जेएनएन]। लालू के जेल जाने के बाद तेजस्वी यादव के नेतृत्व में आज राबड़ी आवास में राजद नेताओं की अहम बैठक हुई। तेजस्वी ने बैठक के बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए भाजपा और जदयू पर जमकर निशाना साधा।
तेजस्वी ने कहा कि भाजपा और जदयू जनमानस की दृष्टि में क्रमशः धूर्तता और विश्वासघात का पर्याय बन चुके हैं। लालू प्रसाद जी के सिद्धांतों पर हर सूरत में चलने की हठ के सामने दूसरा कोई उदाहरण वर्तमान राजनीति में मिलना सम्भव नहीं। पूरा देश मान रहा है कि लालू जी ने भाजपा की धूर्तता के सामने पूरी दिलेरी से सच की राह पर हर कीमत पर अड़े हैं और रहेंगे।
उन्होंने कहा कि तथाकथित चारा घोटाला दो मिनट में भाईचारा घोटाला में तब्दील हो जाता अगर लालू जी का डीएनए बदल जाता। अगर लालू जी भी बीजेपी से हाथ मिला लेते तो वो हिंदुस्तान के आज के राजा हरीशचंद्र होते।
भाजपा और जातिवादी संगठन आरएसएस और उसके दूत नीतीश कुमार ने लालू जी को फंसाया ही नहीं अपितु उन्हें अपशब्द कह रहे हैं। तथाकथित भ्रष्टाचार तो बहाना है। इन लोगों ने कर्पूरी ठाकुर जी को भी जातिवादी गालियां दी थी। उनपर तो भ्रष्टाचार का आरोप भी नहीं था।
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तेजस्वी ने कहा कि न्यायालय की प्रक्रिया का हम सम्मान करते हैं और इसी प्रक्रिया में आगे चलकर लालू जी दोषमुक्त भी सिद्ध होंगे, इस बात का हमें पूर्ण विश्वास है। भाजपा झूठ,पाखंड, ढोंग और भ्रमित प्रॉपगैंडा फैलाने वाली फ़ैक्टरी है। भाजपा के केंद्र में साढ़े तीन साल के कार्यकाल में झुठलाए वादों और बेवजह के मुद्दों को राष्ट्रीय विमर्श बनाने से यह स्पष्ट भी हो गया है।
उन्होंने कहा कि इस अन्याय और बदले की राजनीति को देखकर जनता में भारी आक्रोश है। जनता चीख़-चीख़ कर कह भी रही है कि “जिसे हराया वो सरकार में है, जिसे जिताया वो कारागार में है।” नीतीश कुमार जी जान लें, व्यक्ति विशेष को रोका जा सकता है, उसके विचारों, मार्गदर्शन और दृढ़ संकल्प को नहीं।
कल ही रांची से लौटकर आए हैं तेजस्वी
बता दें कि चारा घोटाले में दोषी करार दिए जाने के बाद राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को रांची के बिरसा मुंडा जेल में रखा गया है और उनके जेल जाने के बाद तेजस्वी यादव कल ही रांची से लौटकर आ गए हैं। तेजस्वी के पटना लौटने के बाद आज दोपहर को राबड़ी आवास पर राजद की अहम बैठक बुलाई गई जिसका नेतृत्व तेजस्वी यादव ने किया।
मिली जानकारी के मुताबिक इस बैठक में राजद के वरिष्ठ नेताओं जगदानंद सिंह, रामचंद्र पूर्वे, अब्दुल बारी सिद्दीकी सहित कई नेता मौजूद थे। पार्टी राजद अध्यक्ष लालू यादव की अनुपस्थिति के बाद अपनी आगे की रणनीति तैयार की जा रही है। पार्टी के अध्यक्ष के जेल जाने के बाद यह पहली अहम बैठक थी जिसमें पार्टी के कई नेताओं ने भाग लिया।
बैठक के बाद रघुवंश प्रसाद सिंह ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि राजद और मजबूत हुई है और हमारे नेता को जिस तरह फंसाया गया है, अब जनता इसका जवाब देगी। उन्होंने कहा कि अगली बैठक जनवरी में होगी। बैठक के बाद राबड़ी आवास के बाहर लालू-राबड़ी जिंदाबाद, तेजस्वी यादव जिंदाबाद के नारे लगाए गए।
राजद के पास पार्टी नेताओं को एकजुट रखना अभी सबसे बड़ी चुनौती है और तेजस्वी का नेतृत्व भी वरिष्ठ नेताओं को स्वीकार है या नहीं, यह जानना भी जरूरी है। उधर, कल जेल में पार्टी नेता भोला यादव ने लालू से मुलाकात की थी और उनका हाल-चाल जाना था।
उनके साथ ही झारखंड की प्रदेश अध्यक्ष अन्नपूर्णा देवी ने भी लालू यादव से मुलाकात की थी। उन्होंने लालू से मुलाकात के बाद बताया था कि लालू यादव ठीक हैं और उन्होंने शांति बनाए रखने की अपील की है।