राजद का पोस्टर: राम बने तेजस्वी, सीएम नीतीश रावण, कांग्रेस ने जताई आपत्ति
पटना में राजद का विवादास्पद पोस्टर नजर आ रहा है जिसमें तेजस्वी को राम दिखाया गया है तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को रावण। कांग्रेस ने इसपर आपत्ति जताई है जिसपर राजद ने सफाई दी है।
पटना [जेएनएन]। दशहरा के मौके पर पटना में पोस्टर वार जारी है। पहले कांग्रेस का पोस्टर तो अब पोस्टर की इस जंग में राजद भी कूद गया है। लेकिन राजद के लगे पोस्टर पर, जिसमें तेजस्वी यादव को राम और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दशानन दिखाया गया है। उसपर विवाद शुरू हो गया है। कांग्रेस ने इसपर कड़ी आपत्ति जताई है।
दरअसल पटना में लगे इस पोस्टर में सीएम नीतीश कुमार को रावण के रूप में दिखाया गया है जबकि इसी पोस्टर में तेजस्वी राम की भूमिका में दिख रहे हैं। राजद के कार्यकर्ताओं ने पार्टी ऑफिस के ठीक सामने ये पोस्टर लगाया है, जिसपर आते-जाते सबकी निगाहें ठहर जा रही हैं। कहा जा रहा है कि पटना में ये पोस्टर आनंद यादव नाम के शख्स ने लगाया है।
तेजस्वी यादव अपनी संविधान बचाओ न्याय यात्रा शुरू करने वाले हैं और उससे ठीक पहले राजद कार्यकर्ताओं ने दशहरा के मौके पर पटना में इस तरह का पोस्टर लगाकर राजनीतिक बवाल मचा दिया है। इस तरह का विवादित पोस्टर लोगों के लिए चर्चा का विषय बन रहा है।
वहीं राजद द्वारा लगाए गए इस पोस्टर पर कांग्रेस ने कड़ी आपत्ति जताई है। कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा ने इस मामले में कहा कि नीतीश कुमार सिर्फ नेता नहीं बिहार के मुख्यमंत्री भी हैं और मुख्यमंत्री को रावण दिखाना अनुचित है। कांग्रेस के ही सांसद अखिलेश सिंह ने भी कहा कि तेजस्वी राम हो सकते हैं लेकिन किसी और को रावण दिखाना सही नहीं है।
इसपर राजद के प्रदेश प्रवक्ता चितरंजन गगन ने कहा कि रावण अत्याचार का प्रतीक है। बिहार में अपराध, दुष्कर्म की घटनाएं बढ़ रही हैं। हमने किसी व्यक्ति विशेष को टारगेट नही किया है, बल्कि सरकार को किया है।
आपदा प्रवंधन प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष आनन्द भगत द्वारा निकाला गया पोस्टर मे राज्य की बदहाल स्थिति को प्रतिकात्मक रुप से दर्शाया गया है। गैंगरेप, हत्या, लूट,अपहरण जैसी घटनाओं के कारण राज्य आज राक्षसी राज का पर्याय बन चुका है उसी को प्रतिकात्मक रूप से इस पोस्टर मे दर्शाया गया है। इसे किसी व्यक्ति विशेष से जोडकर नहीं देखा जाना चाहिए।