बिहार: महागठबंधन का कलह उजागर, विधानमंडल में अलग-अलग प्रदर्शन करते दिखे RJD-कांग्रेस
क्या बिहार में विपक्षी महागठबंधन कलह में फंस गया है? यह सवाल इसलिए कि विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान अरजेडी व कांग्रेस एईएस को लेकर अलग-अलग प्रदर्शन करते नजर आए।
पटना [जेएनएन]। बिहार विधानमंडल के मानसून सत्र (Monsoon Session) के दूसरे दिन विपक्षी महागठबंधन (Grand Alliance) का कलह उजागर हो गया। बिहार विधानपरिषद के सत्र के दौरान राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और कांग्रेस (Congress) के नेताओं ने एक्यूट इन्सेफेलाइटिस सिंड्राेम (AES) या चमकी बुखार को लेकर अलग-अलग प्रदर्शन किया। पहले विपक्षी गठबंधन के नेता एक साथ प्रदर्शन करते थे।
विदित हो कि लोकसभा चुनाव में महागठबंधन की हार के बाद से ही कयास लगाए जा रहे हैं कि कांग्रेस और आरजेडी की राहें अलग हो सकतीं हैं। यह भी खबर आई कि तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) कांग्रेस नेतृत्व से मिलकर गठबंधन को मजबूती देना चाहते हैं, लेकिन दोनों दलों की अलग-अलग गतिविधियों को देखकर लगता है कि महागठबंधन में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा। हालांकि, दोनों दलों के नेता महागठबंधन को अटूट बता रहे हैं।
आरजेडी व कांग्रेस ने अलग-अलग किया प्रदर्शन
बिहार विधानमंडल के मानसून सत्र के दूसरे दिन सोमवार को एईएस से बच्चों की हुई मौत के मामले पर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। पूर्व मुख्यमंत्री व विधान परिषद की नेता प्रतिपक्ष राबड़ी देवी (Rabri Devi) ने परिषद के बाहर एईएस से बच्चों की हुई मौत पर आरजेडी के सदस्यों के साथ प्रदर्शन किया। राबड़ी ने कहा कि 'मुजफ्फरपुर में एईएस से बच्चों की मौत मामले में मंगल पांडेय इस्तीफा नहीं दे रहे हैं। इस मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए। कुपोषण से बच्चों की मौत की जांच की जरूरत है।
विधानसभा के बाहर भी वाम दलों के साथ आरजेडी के विधायक भी पोस्टर के साथ हंगामा करते रहे। एईएस से बच्चों की मौत मामले में कांग्रेस ने भी प्रदर्शन किया, लेकिन आरजेडी से अलग।
अपनी बात मजबूती से रखेगी कांग्रेस
इस मुद्दे पर कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि बड़े मामलों में वे एक-दूसरे का इंतजार नहीं करते। ऐसा करना जरूरी भी नहीं है। उन्होंने महागठबंधन को अटूट बताया, लेकिन यह भी कहा कि इस एईएस मामले पर कांग्रेस अपनी बात मजबूती से रखेगी। प्रेमचंद मिश्र ने कहा कि एईएस से मौत मामले में कांग्रेस ने प्रदर्शन और कार्य स्थगन प्रस्ताव दिया। उन्होंने कहा कि अगर सदन में आपसी समन्वय बनता है तो ठीक, नहीं तो कांग्रेस अकेले ही मजबूती से अपना पक्ष रखेगी।
बात रखने के लिए आरजेडी को नहीं चाहिए किसी का साथ
एईएस मामले में राजद नेता सुबोध राय ने भी कहा कि सभी दल अपने स्टैंड पर काम करते हैं। आरजेडी भी अपना पक्ष खुद रखेगा। सदन में अपनी बात रखने के लिए किसी के साथ की जरूरत नहीं है।