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धूप ने दी राहत तो घरों के बाहर निकले राजधानीवासी, मौसम विभाग का अनुमान-बिहार में फिर बढ़ेगी ठंड

पटना में मंगलवार की सुबह अच्छी धूप निकलने से पार्कों एवं मैदानों में काफी संख्या में लोग निकले। कई परिवार अपने बच्चों के साथ पार्को में टहलने आए। सड़कों पर भी अच्छी भीड़ आई। रोज की अपेक्षा सुबह में कोहरा और धुंध बहुत कम था।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Tue, 15 Dec 2020 08:52 AM (IST)Updated: Tue, 15 Dec 2020 08:52 AM (IST)
धूप ने दी राहत तो घरों के बाहर निकले राजधानीवासी, मौसम विभाग का अनुमान-बिहार में फिर बढ़ेगी ठंड
राजधानी में धूप निकले से दिखी लोगों की चहल-पहल।

जागरण संवाददाता पटना: राजधानी में मंगलवार की सुबह अच्छी धूप निकलने से पार्कों एवं मैदानों में काफी संख्या में लोग निकले। कई परिवार अपने बच्चों के साथ पार्को में टहलने आए। सड़कों पर भी अच्छी भीड़ आई। रोज की अपेक्षा सुबह में कोहरा और धुंध  बहुत कम था।

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पटना मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानियों का कहना है कि राजधानी का मौसम धीरे-धीरे सुधार रहा है, लेकिन यही स्थिति ज्यादा दिनों तक नहीं रहेगी। पश्चिमी विक्षोभ का असर जल्दी ही राजधानी समेत पूरे प्रदेश पर पड़ेगा और एक बार फिर राज्य भीषण ठंड की चपेट में आ जाएगा। पश्चिम से आने वाली ठंडी हवाएं एवं हिमालय पर हो रही जमकर बर्फबारी का असर देश के मैदानी भागों में पड़ना तय है। बुधवार से सुबह में कोहरा होने के आसार हैं। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि फिलहाल बंगाल की खाड़ी शांत होने के कारण राज्य के वातावरण में धूप निकल रही है। बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने के बाद बिहार का मौसम भी प्रभावित होगा।

मौसम ने दी किसानों को राहत, पैक्स कर रहे परेशान

वातावरण में निकलने वाली धूप किसानों के लिए बड़ी राहत दे रही है। धान की फसल कट चुकी है ऐसे में धान की नमी सूखने में धूप काफी मददगार साबित हो रही है। अधिकांश पैक्स धान में नमी ज्यादा होने के कारण किसानों के धान की खरीदारी नहीं कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि दो-तीन दिन इसी तरह दिन करने पर धान की नमी समाप्त हो जाएगी और उनका धाम पैक्सों में बिक जाएगा। इससे किसानों को बड़ी राहत मिलेगी। पटना जिले के किसान सुधांशु कुमार का कहना है कि बिहटा प्रखंड के अधिकांश किसानों का धान अभी नहीं बिक पाया है। इसका मुख्य कारण धान में नमी की मात्रा ज्यादा होना है। किसान जब भी पैक्स के पास धान बिक्री के लिए ले जा रहे हैं तो वहां नमी की मात्रा अधिक बता दी जा रही है, इससे उन्हें धान बेचने में परेशानी हो रही है। यह न केवल किसी एक जिले का मामला है बल्कि पूरे बिहार में कमोबेश यही स्थिति बनी हुई है।


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