राहत : हार्ट से पीड़ित बच्चों को अब इधर-उधर जाने की जरूरत नहीं, आइजीआइएमएस में होगा इलाज
राजधानी पटना के इंदिरा गाधी आयुर्विज्ञान सस्थान में अब बच्चों के हार्ट रोग लेकर विशेश सुविधा होने जा रही है। अब परिजनों को बच्चों को लेकर इधर-उधर जाने की जरूरत नहीं है।
पटना [जेएनएन]। राजधानी पटना के इंदिरा गाधी आयुर्विज्ञान सस्थान (आइजीआइएमएस) में जल्द ही बच्चों के हार्ट का इलाज प्रारंभ हो जाएगा। यहा पर हार्ट के वाल्व बदलने का काम शुरू होगा। पहले यहा पर प्रायोगिक रूप से यह काम चल रहा था।
आइजीआइएमएस के निदेशक डॉ. एनआर विश्वास का कहना है कि हार्ट के मरीजों को अब राज्य से बाहर नहीं जाना होगा। उनका इलाज प्रदेश में सभव हो पाएगा। आइजीआइएमएस में इसके लिए व्यवस्था की जा रही है। सस्थान के कार्डियों थेरासिक सर्जरी विभाग के अध्यक्ष डॉ. शील अवनीश ने कहा कि यहा पर बैलूनी के माध्यम से सिकुड़े वाल्व को फूलाने की व्यवस्था कर ली गई है। उसी दिशा में कदम बढ़ाते हुए बच्चों के हार्ट का इलाज शुरू किया जा रहा है। यहा पर बच्चों के हार्ट के वाल्व बदलने की भी व्यवस्था की जा रही है। अब तक इस तरह के इलाज के लिए बच्चों को दिल्ली या मुम्बई जाना पड़ता था। हालाकि राजधानी के कुछ निजी अस्पतालों ने इस तरह का इलाज शुरू किया है लेकिन वहा पर इलाज कराना काफी महंगा पड़ रहा है। आइजीआइएमएस में हार्ट विभाग के अध्यक्ष डॉ. वीपी सिह का कहना है कि जल्द ही सस्थान में हार्ट का प्रत्यारोपण प्रारंभ किया जाएगा। इसके लिए ओटी का निर्माण चल रहा है। ओटी के निर्माण होते ही वहा पर हार्ट प्रत्यारोपण का काम शुरू कर दिया जाएगा। वर्तमान में सस्थान में किडनी एव कार्निया प्रत्यारोपण काम चल रहा है। उल्लेखनीय है कि आइजीआइएमएस में हाल ही किडनी और लीवर प्रत्यारोपण को लेकर डॉक्टरों में काफी सक्रियता बढ़ी है। डॉक्टरों की कोशिश जारी है कि मरीजों को गंभीर बीमारी को लेकर राज्य से बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़े।